मुख्यमंत्री योगी ने कानून व्यवस्था को लेकर की समीक्षा बैठक, अंबेडकर नगर के एसपी लगाई फटकार
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कानून व्यवस्था को लेकर समीक्षा बैठक की। यह बैठक लगभग 3:15 घंटे चली। बैठक में पुलिस महकमे के सारे अधिकारी मौजूद थे। यह पहली बार था जब सीएम योगी सभी आईजी, एडीजी, जिला कप्तान के साथ-साथ थानेदारों से भी मुखातिब हो रहे थे।
इस बैठक में महिला संबंधी अपराध, अपराध नियंत्रण और अपराधियों पर कार्रवाई का मुद्दा सबसे अहम रहा। इस दौरान सीएम योगी ने महिला संबंधी अपराध में कार्रवाई करने में फिसड्डी रहे जिलों के कप्तान को जमकर फटकार लगाई गई।
स पूरी बैठक में सबसे ज्यादा चर्चा अंबेडकर नगर में छात्रा का दुपट्टा खींचे जाने की घटना थी, जिस पर एसपी अंबेडकर नगर को मुख्यमंत्री ने जमकर फटकार लगाई। अंबेडकर नगर के साथ-साथ हाल की आपराधिक घटनाओं पर भी मुख्यमंत्री ने कड़े तेवर दिखाये और एक दर्जन से अधिक जिलों के कप्तान और दो पुलिस कमिश्नर को भी डांट लगाई गई।
सीएम योगी अंबेडकर नगर के साथ-साथ हाथरस, चंदौली, ललितपुर, कासगंज, बलरामपुर, महोबा, महाराजगंज, अयोध्या, चित्रकूट, झांसी और सुल्तानपुर के पुलिस कप्तानों से हाल में हुई घटनाओं में लापरवाही और देरी पर असंतुष्ट दिखे।
इस दौरान सीएम योगी ने अफसरों को फटकार लगाते हुए कहा किसी भी घटना में लापरवाही या गड़बड़ी की पुष्टि हुई तो जिले का कप्तान हो या फिर थानेदार उसको न सिर्फ थानेदारी और कप्तानी से हटाया जाएगा बल्कि जबरन रिटायर भी कर दिया जाएगा।
लखनऊ स्टेट मुख्यालय से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से पहली बार जिलों के थानेदार से लेकर एसपी आईजी और एडीजी जोन को एक साथ जोड़कर साफ संदेश दिया है कि लापरवाही बरतने पर कुर्सी तो जाएगी ही, नौकरी से भी हाथ धोना पड़ेगा। ऐसे पुलिसकर्मी और अधिकारियों को जबरन रिटायरमेंट देकर बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा।