लखनऊ : राजधानी में किसानों का प्रदर्शन बना मुसीबत, जाम में फंसी रही एंबुलेंस

लखनऊ। पीजीआई में आज किसानों ने अपनी मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ जबरदस्त प्रदर्शन किया। किसानों ने सरकार पर आरोप लगाते हुए बताया कि उनके साथ सरकार ने वादाखिलाफी की है जिससे उनमें सरकार के खिलाफ जबरदस्त आक्रोश है।
वहीं किसानों के इस प्रदर्शन को रोकने के लिए पुलिस ने बैरिकेटिंग की थी और उन्हें पीजीआई इलाके में ही रोकने की कोशिश कर रही थी। किसानों द्वारा इस उग्र प्रदर्शन को देखते हुए पीएसी समेत कई थानों की फोर्स मौके पर मौजूद रही। किसानों की सबसे प्रमुख मांग है किसान आयोग का गठन और कर्ज माफी।
पुलिस को जैसे ही सूचना मिली कि पश्चिम यूपी से भानु गुट के किसानों का बड़ा जत्था राजधानी पहुंच रहा है उसके बाद पीजीआई पुलिस के अलावा सरोजनी नगर, गोमती नगर,कैंट, आलमबाग, कृष्ण नगर और कई और थानों की पुलिस ने मोर्चा संभाल लिया वही पुलिस के आला अधिकारी जिनमे एडीसीपी पूर्वी एसीपी कैंट के अलावा कई अधिकारी शामिल रहे जिसके बाद पुलिस ने पीजीआई थाने के सामने किसानों को रोक दिया जिसके बाद उग्र किसानों ने आगे बढ़ने का प्रयास किया लेकिन पुलिस की मुस्तैदी के आगे उनकी एक न चली और किसानों को एसजीपीजीआई गेट पर पीएसी की गाड़ी खड़ी कर बैरियर लगा दिया।
इस बीच किसानों को समझाने का प्रयास हुआ लेकिन किसानों ने मौके पर किसी मंत्री को बुलाने की मांग की जिसके बाद मौके पर पहुंचे परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने किसानो से बात की और उनकी मांगों को लेकर सरकार से बात कर उसके निराकरण का वादा किया तब कहीं जाकर किसानो ने प्रदर्शन खत्म किया।
वहीं इस प्रदर्शन के चलते लगभग 2 किलोमीटर लगे जाम में कुछ एंबुलेंस भी फंसी रही जिसे पुलिस द्वारा कड़ी मशक्कत के बाद निकाला गया। वहीं पुलिस ने कल्ली बाजार से ही रूट डायवार्जन कर गाड़ियों को नहर से होकर गुजरा जिसके चलते जाम की स्थिति को भी कुछ हद तक काबू किया जा सका।