सहारा से भुगतान नहीं मिलने पर निवेशक परेशान, थाने से कोर्ट तक लगा रहे चक्कर

पिछले लगभग दो वर्ष से सहारा निवेशकों को निराशा ही मिल रही है। निवेशक दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर है लेकिन उनकी कहीं भी सुनवाई नहीं हो रहीं है। सहारा निवेशकों को अपना ही रुपया लेने के लिए थाने से लेकर कोर्ट तक का चक्कर लगा रहे है। किसी को अपनी बहन की पढ़ाई करना है तो किसी पिता को अपनी बेटी की शादी करना है। रुपया भी लाखों में है जिसको पाने के लिए निवेशकों ने हर जतन कर लिये है।
नरही के रहने वाले धर्मेन्द्र जायसवाल ने बताया कि उन्होंने थक हारकर कोर्ट में केस फाइल किया, लेकिन 6 माह बीत जाने के बाद भी कोई परिणाम नहीं निकला। एक बार कोर्ट का आदेश हुआ कि कार्यालय में जाकर थाना इंचार्ज पड़ताल करे। जब थाना इंजार्ज स्टेशन रोड कार्यालय पर गये तो वहां ताला लटका मिला। पता करने पर बताया गया कि कई महीनों से कार्यालय बंद है और कर्मचारी भाग गये है।
वहीं साठ फिटा रोड पम्पी वर्मा ने बताया कि कई वर्षों का जमा किया हुआ रुपया फंसा हुआ है जिसके मिलने की आस धीरे-धीरे खत्म होती जा रही है। बेटी की शादी करनी है लेकिन रुपया न होने की वजह से रिश्ता नहीं हो पा रहा है। कहां जाए किससे कहे कुछ समझ में नहीं आ रहा है।
यह तो सिर्फ बानगी भर है। ऐसे कई मामलें है जहां निवेशकों के लाखों रुपये सहारा में फंसे है लेकिन लोगों को मिलने की उम्मीद कम होती जा रही है। यहां कोई ऐसा विभाग भी नहीं है जहां जाकर निवेशक अपनी परेशानी बयां कर सकें।