ऑपरेशन कब्जा मुक्ति के पांचवें दिन प्रशासन की बड़ी कार्रवाई, 22 गांवों के 40 स्थलों से हटाया गया अवैध कब्जा

- अब तक 191 अतिक्रमण स्थलों पर चला बुलडोजर, ग्रामीणों को मिली राहत
गौरव कुशवाहा
देवरिया। जिलाधिकारी दिव्या मित्तल के निर्देशन में चलाए जा रहे ऑपरेशन कब्जा मुक्ति अभियान ने बुधवार को नए आयाम गढ़े। पांचवें दिन प्रशासन ने 22 ग्राम पंचायतों के कुल 40 स्थलों को अतिक्रमण मुक्त कराकर सरकारी भूमि को मुक्त कराया। अब तक अभियान के अंतर्गत 191 स्थलों से अतिक्रमण हटाया जा चुका है, जिससे हजारों ग्रामीणों को सीधी राहत मिली है।
रुद्रपुर तहसील के चार गांवों में दस, भाटपाररानी के सात गांवों में ग्यारह, बरहज के तीन गांवों में सात, सलेमपुर के पांच गांवों में छह तथा सदर तहसील के तीन गांवों में छह स्थलों से अवैध कब्जे हटाए गए। जिला प्रशासन की इस सख्त कार्रवाई के दौरान पुलिस बल भी तैनात रहा, जिससे अतिक्रमण हटाने की प्रक्रिया शांतिपूर्ण ढंग से पूरी की गई।
रुद्रपुर के जोगिया गांव में प्राथमिक विद्यालय के पास हुए अतिक्रमण को हटाकर बच्चों के लिए रास्ता साफ किया गया। साथ ही चकमार्ग गाटा संख्या 21 और आराजी संख्या 218 से कब्जा हटाकर गांव के किसानों और राहगीरों को राहत दी गई। पिंडी गांव में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को जोड़ने वाले मुख्य चकमार्ग से अतिक्रमण हटाया गया, जिससे ग्रामीणों की स्वास्थ्य सेवा तक पहुंच आसान हो गई।
भाटपाररानी के मदनचक तप्पा हवेली और सदर तहसील के धर्मचौरा गांव में चकमार्गों पर हुए कब्जे हटाकर सीमांकन किया गया। प्रशासन की इस कार्रवाई से लगभग चार हजार ग्रामीणों को लाभ पहुंचा है। वर्षों से बंद पड़े रास्तों के खुलने से लोग राहत महसूस कर रहे हैं।
सलेमपुर तहसील के राजस्व ग्राम पुरैना में चकमार्ग गाटा संख्या 240 को 70 वर्षों बाद अतिक्रमण मुक्त कराया गया। यह चकमार्ग अब पुरैना, जमुआ, जमई, पातालपुर और कोल्हुआ गांवों को सीधे देवरिया-सलेमपुर बाईपास से जोड़ेगा। प्रशासन ने मुक्त कराई गई जमीन को ग्राम प्रधान के सुपुर्द कर दिया है, जिसमें कार्य योजना के तहत निर्माण कार्य होगा।
इसके अलावा देवरिया उर्फ शामपुर, चकरवा, कुरमौटा घुरी, परसिया छितनी सिंह, पिपरा सरवन, डुमरी, सोहनपुर, शीतल मांझा, टड़वा तप्पा गौतमा जैसे गांवों में भी प्रशासन की सख्ती देखने को मिली। इन गांवों में चकमार्ग, खाद गड्ढा और सार्वजनिक स्थलों को अतिक्रमण मुक्त कराया गया।
प्रशासन को इस मुहिम में ग्रामीणों का भरपूर समर्थन मिल रहा है। कई लोग स्वयं आगे आकर अपने अवैध कब्जे हटा रहे हैं। प्रशासन ने ऐसे जागरूक नागरिकों को सार्वजनिक रूप से सम्मानित भी किया। जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने कहा कि यह अभियान तब तक जारी रहेगा जब तक जनपद की एक-एक इंच सरकारी जमीन को कब्जा मुक्त नहीं करा लिया जाता।