जंगल की विरासत को सहेजने हेतु आईजीएल के बिजनेस हेड ने वन विभाग को एक लाख रूपये का किया सहयोग
गोरखपुर। इण्डिया ग्लाईकॉल्स लिमिटेड के बिजनेस हेड एस के शुक्ल ने जंगल की विरासत से नई पीढ़ी का परिचय कराने हेतु उम्मीद की लाइब्रेरी को स्थापित करने हेतु वन विभाग को एक लाख रूपये का सहयोग किया। एस के शुक्ल ने कहा की आज भारत की सांस्कृतिक और प्राकृतिक धरोहरों को संरक्षित एवं सहेजने तथा नई पीढ़ी को जानकरी देने के लिए किताबों से अच्छा वनमित्र कोई नहीं हो सकता।
वरिष्ठ प्रबंधक प्रशासन एवं जनसम्पर्क डॉ सुनील कुमार मिश्रा ने बताया की व्यापर प्रमुख के नेतृत्व में आईजीएल आज प्राकृतिक धरोहरों को बचाने हेतु दृंढ़संकल्पित है और इसी संकल्प को धरातल पर उतरने हेतु उमीदो की लाइब्रेरी की स्थापना हेतु सहयोग किया गया है। जिला वन अधिकारी श्री विकास यादव (आईएफएस ) द्वारा जब यह जानकरी साझा किया गया की जंगलो की विरासत को सहेजने हेतु एक पुस्तकालय खोला जाना है जिसमे आईजीएल से सीएसआर के तहत सहयोग की अपेक्षा है।
सहजनवा वन रेंजर डीके चौरसिया के माधयम से पत्र प्राप्त हुवा तो तत्काल बिजनेस हेड शुक्ल जी ने इसमें सहयोग राशि स्वीकृत किया और आज सहजनवा वन रेंजर को चेक सुपुर्द कर दिया। प्लांट हेड एपी मिश्रा ने इस उम्मीदों की लाइब्रेरी की जमकर सराहना किया और कहा की बिजनेस हेड के नेतृत्व में आईजीएल पूर्वांचल के प्रत्येक कार्यो में बढ़चढ़ कर हिस्सा ले रही है। वन विभाग की पूरी टीम ने आईजीएल को धन्यवाद दिया और डीके चौरसिया ने कहा की निसंदेह आईजीएल पूर्वांचल के लिए वरदान है। इस मौके पर डीजीएम शैलेन्द्र पांडेय , अजय तिवारी , विष्णु पांडेय, अखिलेश शुक्ल इत्यादि उपस्थित रहे।