‘1533’ पर फोन कर दर्ज करा सकते हैं शिकायत, मंत्री एके शर्मा ने सफाई व्यवस्था दुरूस्त करने के दिये निर्देश
लखनऊ। नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने साफ़ सफ़ाई के लिए “Cleanliness is next to Godliness” का मूल मंत्र देते हुए नवरात्रि, दशहरा व दीपावली त्योहारो को “स्वच्छ त्यौहार, स्वस्थ्य त्यौहार” के रूप में बनाने का संदेश सभी निकायों को दिया है। इसके लिए उन्होंने सभी निकाय अधिकारियों व कर्मचारियों को धार्मिक स्थलों, मठ-मंदिरों और दुर्गा पूजा पांडालों के आसपास के क्षेत्र, वहां की सड़कों-गलियों की बेहतर साफ-सफाई की व्यवस्था ठीक करने के निर्देश दिए है। उन्होंने कहा कि अंधेरे के कारण श्रद्धालुओं को आने-जाने में परेशानी न हो, स्ट्रीट लाइटें सही कराए। स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति में कहीं पर भी कोई बाधा न आए।
श्रद्धालुओं द्वारा अर्पित की गई पूजा सामग्री और कूड़ा-कचरा का सही से निस्तारण भी कराया जाए। लोग पूजा सामग्री और कूड़ा-कचरा इधर उधर न फेंके, पूजा स्थलों के आसपास डस्टबिन रखवाया जाय। उन्होंने कहा कि इसमें जनप्रतिनिधियों का भी सहयोग लिया जाए। लोगों को भी स्वच्छ और स्वस्थ्य त्यौहार मनाने के लिए जागरूक किया जाए। प्लास्टिक का प्रयोग न करने के लिए भी लोगों से कहें,इसके प्रयोग पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने का भी प्रयास किया जाए।
नगर विकास मंत्री एके शर्मा ने रविवार को सुबह 8 बजे अपने 14 कालिदास आवास से सभी नगरीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों से साथ वर्चुअल बैठक कर त्योहारों के दृष्टिगत निकायों में साफ सफाई, स्ट्रीट लाइट, जलापूर्ति, कूड़े के निस्तारण आदि कार्यों की समीक्षा की और जरूरी निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा की नगरीय क्षेत्रों में स्वच्छ वातावरण मिले, कहीं पर भी गंदगी के कारण पूजा के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं का मन मैला न हो।
साफ सफाई के पूर्ण प्रयास किए जाएं, सड़के-गलियां साफ सुथरी तथा गंदगी से मुक्त हो, नाले नालियों की भी सफाई के प्रबंध किए जाएं। कहीं पर भी स्ट्रीट लाइट खराब न हो, लोगों को अंधेरे रास्तों से होकर न जाना पड़े। उन्होंने जीएम जलकल को निर्देश दिया कि त्योहारों में स्वच्छ पेयजल की पर्याप्त मात्रा में आपूर्ति हो, कहीं पर भी पेयजल आपूर्ति बाधित न हो। उन्होंने सभी निकायों में मूर्तियों के पर्यावरण अनुकूल विसर्जन के लिए अभी से प्रबंध करने को कहा, जिससे कि हमारी वाटर बॉडीज का पानी प्रदूषित न होने पाए। शिकायतों के आसान समाधान के लिए टोल फ्री नंबर 1533 को भी व्यापक रूप से संचालित करने की निर्देश दिए।