उत्तर प्रदेशगाजीपुर

ओपी राजभर ने की मुख्तार के भतीजे सुहैब अंसारी से मुलाकात

गाजीपुर: सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओपी राजभर को लेकर शनिवार को अटकलों चलती रही कि वो सपा गठबंधन को छोड़ एनडीए में शामिल हो सकते हैं। अब रविवार को इस सियासी कहानी में नया ट्विस्ट देखने को मिला। ओमप्रकाश राजभर की मुलाकात मुख्तार अंसारी के भतीजे सुहेब अंसारी उनके पैतृक आवास पर हुई। सुहैब सुहेब अंसारी वर्तमान में सपा गठबंधन के उम्मीदवार के तौर पर गाजीपुर की मोहम्मदाबाद सीट से विधायक निर्वाचित होने में कामयाब हुए हैं। एक तरफ जहां ओमप्रकाश राजभर के अखिलेश यादव का दामन छोड़ एनडीए के साथ जाने की बात को लेकर अटकलों का बाजार गर्म था। वहीं यह भी कहा जा रहा था कि राजभर को योगी सरकार में मंत्री पद भी दिया जा सकता है।

हालांकि ओमप्रकाश राजभर अपने ही अंदाज में इन सभी बातों को खारिज कर रहे थे। रविवार का दिन के दिन ओमप्रकाश राजभर मुख्तार अंसारी के भतीजे सुहैब अंसारी से मिले। ओमप्रकाश राजभर और सुहैब अंसारी की विधानसभा चुनाव के बाद यह पहली औपचारिक मुलाकात थी। जहां दोनों ने एक दूसरे को जीत की बधाई दी। वहीं आगामी स्थानीय निकाय एमएलसी चुनाव की रणनीति को लेकर के भी चर्चा की। इस दौरान सुहैब के चाचा और वर्तमान में गाजीपुर में सांसद अफजाल अंसरी भी मौजूद रहे।

एमएलसी चुनाव में सपा गठबंधन को होगा यहां फायदा

गाजीपुर की सभी 7 सीटों पर सपा गठबंधन विजय हासिल करने में कामयाब रही है। ऐसे में एसपी के रणनीतिकारों का मानना है कि जब 7 सीट पर सपा गठबंधन के विधायक हैं, तो स्थानीय निकाय एमएलसी चुनाव जीतना एसपी लिए सहज होगा। विधानसभा चुनाव के बाद अंसारी बंधुओं के पैतृक आवास पर ओमप्रकाश राजभर का यह पहला आगमन था। हालांकि अंसारी बंधुओं से उनकी नजदीकी जग-जाहिर है। विधानसभा चुनाव के प्रचार के दौरान भी वह मंच से खुलेआम मुख्तार अंसारी के समर्थन में तमाम बाते कहते रहे थे। मुख्तार अंसरी बसपा से टिकट कटने के बाद, ओपी राजभर ने सबसे पहले मुख्तार अंसारी को यह ऑफर दिया था कि वह उत्तर प्रदेश की जिस सीट से भी चाहे सुभासपा के सिंबल पर चुनाव लड़ सकते हैं। हालांकि बाद में इस फेहरिस्त में एआईएमआईएम भी शामिल हो गई थी जिसने मुख्तार अंसारी को मनचाही सीट पर टिकट देने का एलान किया था।

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