उत्तर प्रदेशलखनऊ

भीषण गर्मी में पंखा-कूलर से भी नहीं राहत

  • शाम छह बजे तक वातावरण में ताप का असर
  • मानसून 20 जून के बाद दे सकता है दस्तक

वाराणसी। जून माह का पहला सप्ताह विदा होने की ओर है। भीषण गर्मी और तल्ख धूप से इंसान के साथ पशु-पक्षियों को अभी राहत मिलने की उम्मीद नहीं दिख रही। सुबह सात बजते-बजते ही धूप का तेवर तल्ख हो रहा है। दोपहर से अपरान्ह तक गर्म हवा घर से बाहर निकलने वालों को झुलसा रही है। अधिक गर्मी के चलते लोग सन स्ट्रोक के भी शिकार हो रहे हैं।

हाल यह है कि सूरज के किरणों की तल्खी शाम छह बजे तक लोगों को महसूस हो रही है। पूरा दिन और पूरी रात मकान तवे की तरह तप रहे हैं। ताप से पंखे और कूलर भी गर्म हवा दे रहे हैं। सूर्यदेव के रौद्र रूप से लोग बचने की हर संभव कोशिश कर रहें हैं लेकिन कामयाब नहीं हो रहे।

सुबह छह बजे के बाद से ही हालत खराब हो जा रही है। सूरज के किरणों की तल्खी ने स्थिति को बदतर कर दिया है। बुधवार पूर्वान्ह 11 बजे तक अधिकतम तापमान 37 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 30 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। दिन का तापमान 43 डिग्री सेल्सियस के पार जाने का अनुमान है।

मौसम विशेषज्ञों के अनुसार अभी मानसून आने में देर हैं। अगले 20 दिन तक फिलहाल मौसम के इस तल्ख तेवर से राहत नही मिलने वाला हैं। आमतौर पर प्री मानसून भी जून के पहले सप्ताह तक दस्तक दे देता था लेकिन इस बार तो इसके भी आसार नहीं दिख रहे। माना जा रहा है कि 10 जून के बाद से पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो सकता है लेकिन इससे उत्तर भारत में गर्मी और बढ़ेगी।

बताया जा रहा है कि मानसून इस समय बंगाल के उत्तरी भाग तक पहुंच गया है। जिस तरह की गति है, वह अभी तो सही चल रही है। 10 जून तक इसके कोलकाता पहुंचने और उसके बाद बिहार तक आने की संभावना है। बिहार आने के बाद से ही सोनभद्र के रास्ते मानसून के 20 जून तक बनारस आने के आसार हैं। इस माह के तीसरे सप्ताह में प्री मानसून की बारिश देखने को मिल सकती है।

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