हाईस्कूल की परीक्षा फर्स्ट डिवीजन से पास, जेल में बंद कैदी मनोज की कहानी
साल 2019 में 8वीं की परीक्षा में 73 प्रतिशत अंक प्राप्त किए। इसके बाद मनोज ने हाईस्कूल परीक्षा 2022 में 64.33 प्रतिशत अंक प्राप्त किए। साल 2021 में कोर्ट ने मनोज को फांसी की सजा दी।
शाहजहांपुर। उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर शहर (Shahjahanpur City) की जिला कारागार (Zila Karagaar) में बंद कैदी मनोज (Manoj) ने हाईस्कूल की परीक्षा (High School Exam 2022) में 64.33 प्रतिशत अंक प्राप्त किए है। बताया जा रहा है कि मनोज को एक मासूम बच्चे की हत्या करने के आरोप में कोर्ट ने फांसी की सजा सुनाई थी। इसके बावजूद मनोज ने अपनी पढ़ाई में कोई कमी नही होने दी और इस बार वह हाईस्कूल की परीक्षा में फर्स्ट डिवीजन (Frist Division) से पास हो गए।
कोर्ट ने 2021 में सुनाई थी फांसी की सजा
आपको बताते चलें कि वर्ष 2015 में मनोज को एक 7 साल के बच्चे की हत्या के जुर्म में पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा था। करीब 6 साल तक कोर्ट में केस चला और इसके बाद साल 2021 में जब कोर्ट में सुनवाई पूरी हुई तो मनोज को फांसी की सजा सुनाई गई।
यह भी पढ़ें–आम के पेड़ पर लटका मिला युवक का शव, परिजनों ने आनन-फानन में किया अंतिम संस्कार
8वीं की परीक्षा में आए 73 प्रतिशत अंक
जेल प्रशासन की मानें तो मनोज ने जेल में रहते हुए अपनी पढ़ाई जारी रखी और साल 2019 में उन्होंने 8वीं की परीक्षा में 73 प्रतिशत अंक प्राप्त किए थे।
शिक्षा के माध्यम से अपराध को कम किया जा सकता है
जिला करागार के महानिदेशक आनंद कुमार ने बताया कि अपराधी कई प्रकार के होते है, पर कुछ अपराधी परिस्थिति वश अपराध के दलदल में फस जाते है। इस प्रकार के अपराधियों को समय रहते सुधारने के लिए शिक्षा एक बेहतर विकल्प है। इसके लिए प्रदेश की सभी जिला जेलों में कैदियों को शिक्षा के प्रति जागरुक किया जा रहा है।