कैप्टन शुभम को अंतिम विदाई देने उमड़ा आगरा, फफक पड़े पिता, मां हुईं बेसुध, हर आंख से छलके आंसू
आगरा : जम्मू कश्मीर के राजौरी में आतंकी हमले में शहीद कैप्टन शुभम गुप्ता का पार्थिव शरीर उनके निवास ताजनगरी फेस वन स्थित प्रतीक एन्क्लेव पहुंचा तो परिवार में कोहराम मच गया. एक ओर जहां शहीद कैप्टन शुभम गुप्ता के पार्थिव शरीर पर लोग फूलों की बारिश कर उनकी शहादत को सलामी दे रहे थे तो दूसरी ओर परिवार में माता-पिता, भाई-बहन और अन्य परिजनों के आंसू नहीं रुक रहे थे. नम आंखों से सभी ने अपने वीर सपूत के अंतिम दर्शन किए. डीसीजी क्राइम बसंत गुप्ता ने बेटे कैप्टन शुभम गुप्ता का पार्थिव शरीर देख तो फफक पड़े. मां बेसुध हो गई. हर आंख में आंसू थे.
हाथों में तिरंगा लेकर भारत माता के लगाए जयकारे : ताजनगरी फेस-वन स्थित प्रतीक एनक्लेव के आसपास सड़कों पर खड़े लोग वीर सपूत के अंतिम दर्शन के लिए बेताब दिखे. हाथों में फूल-मालाओं के साथ तिरंगा भी था. क्षेत्र भारत माता के जयकारे और देशभक्ति गीचों से गूंज रहा है. एयरपोर्ट पर वीर सपूत शुभम गुप्ता को सेना और एयरफोर्स के अधिकारियों ने श्रद्धांजलि दी. इसके बाद अब उनका पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए उनके आवास प्रतीक एनक्लेव पर ले जाया गया. राजनेताओं के साथ ही तमाम जिला प्रशासन के अधिकारी शहीद कैप्टन शुभम गुप्ता को श्रद्धांजलि देने के लिए पहुंचे.
डिप्टी सीएम बोले- शुभम ने देश का सिर ऊंचा किया : डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि देश के 125 करोड़ लोगों की ओर से शहीद को नमन है. शुभम के पिता बसंत गुप्ता हमारे पुराने मित्र हैं. आज हम इस दुख की घड़ी में पूरे परिवार के साथ खड़े हैं. शुभम गुप्ता की शहादत बेकार नहीं जाएगी, भारत माता का मस्तक उन्होंने ऊंचा किया है, जिन लोगों ने ऐसा किया है उनको चिन्हित किया जाएगा. जो कुछ भी हुआ है, जल्द ही उसका परिणाम सामने आएगा. सरकार पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है.
मंत्री से शहीद कैप्टन की मां बोलीं- प्रदर्शनी मत लगाओ : शहीद कैप्टन शुभम गुप्ता के घर यूपी के कैबिनेट मंत्री योगेंद्र उपाध्याय पहुंचे. वे शहीद की मां पुष्पा गुप्ता को 50 लाख का रुपये का चेक सौंपते हुए फोटो खिंचवाने लगे. इस पर शहीद की मां ने बिलखते हुए कहा कि मेरी प्रदर्शनी मत लगाओ. मुझे मेरा बेटा वापस ला दो.
बता दें कि जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में मुठभेड़ आतंकियों से मुठभेड़ में पांच जवान शहीद हो गए. इनमें कैप्टन एमवी प्रांजल, कैप्टन शुभम गुप्ता, हवलदार अब्दुल माजिद, लांस नायक संजय बिष्ट, सचिन लौर शामिल रहे. इनमें से कैप्टन शुभम गुप्ता आगरा के थे.