सत्य की परख के लिए अध्यात्म का ज्ञान जरूरी : मोहन भागवत
- बिहार के महर्षि मेंही आश्रम का संघ प्रमुख ने किया उद्घाटन
भागलपुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत ने शुक्रवार को कहा कि सत्य की परख करने के लिए अध्यात्म का ज्ञान जरूरी है। सामान्य लोग अहंकार के सहारे ही अपना जीवन जीते हैं, लेकिन अहंकार किसी के लिए भी ठीक नहीं हैं। मैं ही सबकुछ हूं, ऐसा सोचना गलत है।
डॉ. भागवत बिहार के भागलपुर जिले के कुप्पाघाट स्थित महर्षि मेंही आश्रम के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने देश के युवाओं से भारत मां के सम्मान में अपना समय देने की अपील की। इस दौरान डॉ. भागवत ने सौंदर्यीकृत सद्गुरू निवास का उद्घाटन भी किया। इसके पूर्व, सभी अतिथियों और विशिष्ट अतिथियों का स्वागत पुष्पगुच्छ और अंग वस्त्र देकर किया गया। लोकार्पण के बाद पुष्पांजलि का कार्यक्रम हुआ। डॉ. भागवत ने गुफा और समाधि मंदिर का भी अवलोकन किया।
इससे पहले, डॉ.भागवत प्रमुख सत्संग भवन में सद्गुरु महर्षि मेहीं परमहंस जी महाराज के जीवन दर्शन पर बनने वाली फीचर फिल्म के पोस्टर का अनावरण किया। महासभा के पदाधिकारियों ने उनका स्वागत किया।
संघ प्रमुख के कार्यक्रम के अद्देनजर आश्रम परिसर और आसपास के क्षेत्रों में सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए। उनकी सुरक्षा को लेकर 300 अतिरिक्त पुलिस बल की भी तैनाती की गई थी। इसके पहले संघ प्रमुख डॉ.भागवत सुबह कड़ी सुरक्षा के बीच राजधानी एक्सप्रेस से नवगाछिया पहुंचे। वहां से सड़क मार्ग से कार्यक्रम स्थल कुप्पाघाट स्थित महर्षि मेंही आश्रम पहुंचे।