आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने तृणमूल कांग्रेस के उन नेताओं से मुलाकात की, जिन्हें पुलिस ने उस समय हिरासत में लिया था, जब वे केंद्रीय जांच एजेंसियों के प्रमुखों को बदलने की मांग को लेकर चुनाव आयोग के कार्यालय के बाहर धरना दे रहे थे।
भारद्वाज टीएमसी नेताओं से मिलने मंदिर मार्ग पुलिस स्टेशन पहुंचे। यहां पत्रकारों से बात करते हुए आप मंत्री ने केंद्र में सत्तारूढ़ पार्टी की आलोचना की और टीएमसी नेताओं की हिरासत को ”घोर तानाशाही” बताया।
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि आज देश में घोर तानाशाही है। टीएमसी विधायक और सांसद क्या कह रहे हैं? एमसीसी लागू है। प्रधानमंत्री देश भर में प्रचार कर रहे हैं।
विपक्षी नेताओं पर सीबीआई, आईटी, ईडी द्वारा छापे मारे जा रहे हैं और अब एनआईए भी पहुंच गई है। लेकिन केवल विपक्षी दलों के खिलाफ, क्यों?
यह इशारा करता है कि ये संस्थाएं आजकल चुनाव आयोग के अंतर्गत आती हैं और उन्होंने विपक्षी दलों के अभियान को पटरी से उतारने की खुली छूट दे दी है। यदि आप किसी के आवास पर छापा मारेंगे तो क्या वह व्यक्ति अभियान चलाएगा या किसी वकील से मिलेगा ?
यह कहते हुए कि उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस के साथ खड़ी है, आप नेता ने दिल्ली पुलिस से सवाल किया कि उसने एक दिन पहले सीपी क्षेत्र में रैली करने वाले भाजपा नेताओं को गिरफ्तार क्यों नहीं किया।
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि देश में एमसीसी लागू है। सभी एजेंसियों और सरकारी कामकाज को तटस्थ ईसी के तहत आना चाहिए, लेकिन जिस तरह से विपक्षी नेताओं पर ईडी और एनआईए की छापेमारी हो रही है, उससे पता चलता है कि केंद्र सरकार इस लोकसभा चुनाव में विपक्ष को चुप कराना चाहती है।
निर्वाचित प्रतिनिधियों को नई दिल्ली के एक पुलिस स्टेशन में हिरासत में लिया गया है। उनकी मांग है कि जिन 4 एजेंसियों ईडी, सीबीआई, आईटी और एनआईए ने ‘तांडव’ किया है, उनके प्रमुखों को बदला जाना चाहिए। हम तृणमूल कांग्रेस के साथ खड़े हैं।
तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल अपनी हिरासत के खिलाफ सोमवार रात से दिल्ली के मंदिर मार्ग पुलिस स्टेशन के अंदर विरोध प्रदर्शन कर रहा है, हालांकि पुलिस ने दावा किया कि उन्हें पहले ही रिहा कर दिया गया है।
ईसीआई कार्यालय के बाहर धरने के दौरान टीएमसी नेताओं ने मांग की कि केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई), राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और आयकर विभाग के प्रमुखों को बदला जाए।
विरोध प्रदर्शन करने वालों में टीएमसी के 5 सांसद डेरेक ओ ब्रायन, मोहम्मद नदीमुल हक, डोला सेन, साकेत गोखले और सागरिका घोष शामिल थे। वहीं, 3 पूर्व सांसद अर्पिता घोष, शांतनु सेन और अबीर रंजन विश्वास मौजूद थे। इसके अलावा विधायक विवेक गुप्ता और टीएमसी युवा नेता सुदीप राहा भी विरोध प्रदर्शन कर रहे थे।