बस्ती
20 मार्च से 3 अप्रैल तक चलेगा पोषण पखवाड़ा
मोटे अनाज का करे प्रयोग रहेंगे स्वस्थ - जिला कार्यक्रम अधिकारी सावित्री गौतम
बस्ती। जनपद में 20 मार्च से 3 अप्रैल तक राष्ट्रीय पोषण माह अभियान चलाया जा रहा है। यह अभियान सोमवार को जनपद के सभी आगनवाड़ी केंद्रों से पोषण पखवाड़ा का शुभारंभ किया गया।
इस पखवाड़े में स्वास्थ्य विभाग, कृषि विभाग, शिक्षा विभाग, ग्राम्य विकास विभाग, आजीविका मिशन विभाग, खाद्य आपूर्ति विभाग के अधिकारी सहित सभी बाल विकास परियोजना अधिकारी मुख्य सेविकाएं आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां सहित कई अन्य विभाग के अधिकारी लगे हुए है। जिला कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती सावित्री गौतम ने कहा कि खाने की स्वस्थ आदतों को बढ़ावा देने से एक स्वस्थ्य और बेहतर समाज की कल्पना की जा सकती है। उन्होंने कहा की पोषण पखवाड़ा 2023 की थीम है। यह कार्यक्रम सभी के लिए भारत सरकार द्वारा पोषण अभियान चलाया जा रहा है। 2023 को अंतर्राष्ट्रीय मोटे अनाज वर्ष के रूप में घोषित होने के साथ इस वर्ष पोषण पखवाड़ा का केंद्र-बिंदु कुपोषण को दूर करने के लिए एक मूल्यवान संपत्ति के रूप में अन्न जिसे सभी अनाजों की जननी कहा जाता है को लोकप्रिय बनाने पर होगा।
इन्होने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 8 मार्च 2018 को शुरू किया गया पोषण अभियान लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करने और पोषण पर चर्चा को मुख्य-धारा में लाने में सहायक रहा है। पोषण अभियान की शुरुआत पोषण संबंधी परिणामों में समग्र रूप से सुधार लाने के उद्देश्य से की गयी थी।
कुपोषण-मुक्त भारत के वांछित लक्ष्यों को प्राप्त करने का एक महत्वपूर्ण है- व्यक्तिगत और सामुदायिक स्तर पर व्यवहार परिवर्तन।
जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि पोषण पखवाड़े में मुख्य रूप से मोटे अनाज के उपभोग और उपयोग करने पर चर्चा की जाएगी।
पोषण पखवाड़ा के दौरान मुख्य 3 लक्ष्य निर्धारित है
1. मोटे अनाज आधारित खाद्य पदार्थों को पूरक पोषण से जोड़ने, घर-घर तक पहुंचने, आहार परामर्श शिविर आदि के आयोजन के माध्यम से पोषण-कल्याण के लिए मोटे अनाज को बढ़ावा देना और इन्हें लोकप्रिय बनाना और प्रचार प्रसार करना मुख्य उद्देश्य है।
2. स्वस्थ बालक व बालिका स्पर्धा आयोजन: अच्छे पोषण, अच्छे स्वास्थ्य और तंदुरूस्ती के लिए प्रतिस्पर्धा की स्वस्थ भावना पैदा करके परिभाषित मानकों के अनुरूप ”स्वस्थ
बालक” की पहचान करके प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान पाने वाले बच्चों के अभिभावकों को प्रमाण पत्र देकर एवं बच्चों को स्थानीय स्तर पर उपलब्ध खिलौने देकर सम्मानित किया जाए
3. सक्षम आंगनवाडी केंद्रों को प्रोत्साहन: आंगनवाड़ियों केंद्रों को सुधरी कृत पोषण सेवा प्रदाता एवं शाला पूर्व शिक्षा के केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा इसके लिए आंगनबाड़ी केंद्रों पर बेहतर सुविधाएं जैसे इंटरनेट वाई-फाई कनेक्शन एलईडी इसकी आरओ वाटर प्यूरीफायर मल्टीपल हैंड वॉच यूनिट पोषण वाटिका पेयजल सुविधा बाल मेट्रिक शौचालय एवं बाल सुलभ शिक्षा सामग्री की सुविधाओं से बेहतर बनाया जायेगा।