Indian Railway : यात्रीगण कृपया ध्यान दें, कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर दो प्लेटफार्म और बनेंगे
कानपुर। सेंट्रल स्टेशन के रीडेवलपमेंट का डीपीआर तैयार होने के साथ ही प्लेटफार्म के विकास की भी तैयारी कर ली गई है। सुतरखाना की ओर पार्सल घर को तोड़ कर वहां से दो ट्रैक निकाले जाएंगे। इनके बनने से सेंट्रल पर 12 प्लेटफार्म हो जाएंगे। अभी 10 प्लेटफार्म हैं। दो नए बनने वाले प्लेटफार्म पर वीआईपी और प्रीमियम ट्रेनें रुकेंगी। दिल्ली के अजमेरी गेट के प्रवेश द्वार की तरह ही सेंट्रल के घंटाघर साईड से ही एंट्री होगी। यहां पर वीआईपी पार्किंग भी होगी,जहां का शुल्क भी सामान्य पार्किंग से ज्यादा होगा।
पुनर्विकास के डीपीआर में घंटाघर की ओर सेंट्रल का स्वरूप पूरी तरह बदल जाएगा। आलीशान इमारत,मॉल-मल्टीप्लेक्स,होटल आदि इंटरटेनमेंट की सुविधाओं से लैस होने के साथ ही स्टेशन के प्लेटफार्मों की संख्या में भी बढ़ोतरी की जाएगी। एतिहासिक स्वरूप वाले कैंट साईड स्थित हेरिटेज लुक वाले प्लेटफार्म नंबर-एक पर कोई बदलाव नहीं किया जाएगा। पूरा बदलाव घंटाघर की ओर किया जाएगा। यहां की दशा पूरी तरह बदल दी जाएगी।
मेट्रो कनेक्टिविटी होने से बदलाव की काफी व्यवस्था है। मौजूदा समय में सेंट्रल पर नौ प्लेटफार्म हैं। नौ नंबर प्लेटफार्म पर शताब्दी आती है। वहीं राजधानी एक्सप्रेस प्लेटफार्म पर जगह होने के हिसाब से रुकतीं हैं। यही वजह है कि प्लेटफार्मों की संख्या में भी इजाफा करने की योजना है। भविष्य की जरूरत को देखते हुए दो अतिरिक्त ट्रैक बनाए जाएंगे। जिसके लिए सुतरखाना स्थित पार्सल घर तो तोड़ कर दूसरी जगह शिफ्ट किया जाएगा। यहां पर अतिरिक्त जगह भी है।
नए प्लेटफार्म पर शताब्दी,तेजस,दुरंतो,वंदेभारत आदि प्रीमियम ट्रेनों को इस प्लेटफार्म पर ही स्टापेज दिया जाएगा। जिससे यात्री आसानी से प्लेटफार्म तक पहुंच सकें। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के अजमेरी गेट के प्रवेश द्वार की तर्ज पर इसको विकसित किया जाएगा। यहां पर थ्रू लेन होगी। जिससे यात्रियों को उतार कर गाड़ियां निकल जाएं। सेंट्रल के दोनों ओर अंडरग्राउंड पार्किंग होगी,लेकिन घंटाघर की ओर प्रीमियम पार्किंग होगी। इसका शुल्क भी सामान्य पार्किंग से ज्यादा होगा। पुनर्विकास के डीपीआर में घंटाघर को पूरी तरह बदलने की योजना है। जिसमें भविष्य में यात्रियों और ट्रेनों की बढ़ने वाली संख्या को देखते हुए प्लेटफार्म भी बढ़ाए जाएंगे।