कुशीनगर

डॉक्टर प्रेमचंद सिंह का हुआ सम्मान, उदित नारायण स्नातकोत्तर महाविद्यालय में आयोजित हुई विमर्श की 45 वीं काव्य गोष्ठी

 

पडरौना, कुशीनगर,

उदित नारायण महाविद्यालय के हिंदी विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष डॉक्टर प्रेम चंद्र सिंह का सम्मान विमर्श साहित्यिक संस्था पडरौना के द्वारा किया गया। विमर्श की 45वीं मासिक काव्य गोष्ठी नगर के उदित नारायण स्नातकोत्तर महाविद्यालय के सभागार में आयोजित थी। जिसमें उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान के द्वारा रामविलास शर्मा सर्जना पुरस्कार से सम्मानित डॉक्टर प्रेमचंद सिंह को प्रशस्ति पत्र तथा अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ पत्रकार कवि एवं शिक्षक ओम प्रकाश द्विवेदी ओम ने किया, जबकि संचालन विमर्श साहित्यिक संस्था के अध्यक्ष आर के भट्ट “बावरा” ने किया। कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण पुष्पार्चन एवं दीप प्रज्वलन के साथ हुआ ।सरस्वती वंदना कवि आकाश महेश पुरी ने प्रस्तुत किया। तत्पश्चात कवि शंभू कुशवाहा “सजल” के द्वारा शानदार रचना पाठ किया गया। फिर बलराम राय , विमर्श साहित्यिक संस्था के सचिव जय कृष्ण शुक्ला, नूरुद्दीन नूर, जगदीश खेतान, डॉक्टर संजय मिश्रा, रेणुका चौहान,संतोष संगम, राघव शरण मिश्र ,दीपक मिश्रा, राम नरेश शर्मा शिक्षक, आर के भट्ट “बावरा” अच्युत अनंतराव ने अपनी शानदार प्रतिनिधि रचनाओं को सुना कर खूब तालियां बटोरी । कवित्री डॉक्टर दिव्या शुक्ला की स्त्री विमर्श एवं मां होने का एहसास विषय पर पढ़ी गई कविता को विशेष सराहना मिली। महा विद्यालय के शिक्षक डॉक्टर ऐश्वर्या पाठक ने गीत एवं डॉक्टर नरोत्तम त्रिपाठी ने श्लोक, एवं विद्यालय की छात्रा श्वेता सिंह के गीत की मनमोहक प्रस्तुति ने भी विशेष आकर्षण बटोरा। कार्यक्रम में बतौर विशिष्ट अतिथि रेडियो प्रज्ञा के प्रबंध निदेशक परशुराम श्रीवास्तव , उदित नारायण स्नातकोत्तर महाविद्यालय के हिंदी विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ रामनरेश दुबे, डॉक्टर दिव्या शुक्ला और सेवानिवृत्त शिक्षक भोजपुरी के वरिष्ठ कवि मधुसूदन पांडे ,समाजसेवी ज्ञानवर्धक गोविंदराव, वरिष्ठ पत्रकार डीके पांडे उपस्थित रहे। इस अवसर पर पत्रकार आदित्य दिक्षित, पत्रकार खुर्शेद आलम तेज नारायण श्रीवास्तव, सहित विद्यालय के एनएसएस के विद्यार्थी उपस्थित रहे ।कार्यक्रम के आयोजन में विद्यालय के एन एस एस के विद्यार्थियों का विशेष सराहनीय योगदान रहा। अंत में विद्यालय के भूगोल विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ संजय सिंह ने सभी आगंतुक अतिथियों एवं कवियों का आभार ज्ञापन किया।
अपने संबोधन में डॉक्टर प्रेम चंद्र सिंह ने विमर्श साहित्यिक संस्था के प्रति अपना प्यार और आशीर्वाद व्यक्त किया और साहित्य के क्षेत्र में जनपद में चल रही गतिविधियों पर अपना संतोष व्यक्त किया। इस अवसर पर वरिष्ठ समीक्षक तथा हिंदी विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ रामनरेश दुबे ने कवियों के द्वारा प्रस्तुत कविताओं पर अपना समीक्षात्मक वक्तव्य प्रस्तुत किया।

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