रियल एस्टेट कारोबारी की आत्महत्या का मामला: रिटायर्ड दरोगा समेत 10 पर रिपोर्ट दर्ज, खुदकुशी के लिए उकसाने का आरोप

लखनऊ: टेढ़ी पुलिया स्थित सैनिक प्लाजा में रियल एस्टेट कारोबारी शाहजेब शकील उर्फ शीबू (36) की आत्महत्या के मामले में गुडंबा पुलिस ने रिटायर्ड उपनिरीक्षक एलके तोमर समेत 10 के खिलाफ शुक्रवार को रिपोर्ट दर्ज कर ली है। भाई शहनवाज द्वारा की गयी तहरीर में आरोपियों पर घर में आकर वसूली करने, धमकी देकर प्रताड़ित करने और आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
विकास नगर निवासी शाहजेब शकील ने 9 जुलाई को अपने कार्यालय में गार्ड की बंदूक से गोली मारकर खुदकुशी कर ली थी। घटना से पहले शाहजेब ने फेसबुक लाइव कर दो वीडियो बनाए थे। जिसमें 15 करोड़ के घाटे की बात कही थी। वीडियो में उसने रिटायर्ड दरोगा एलके तोमर, एके सिंह, संजय तिवारी, मो. अफजल इकराम को मौत का जिम्मेदार ठहराया है। इसके साथ ही रवि शंकर सिंह, गीता अवस्थी, वीके सिंह, अस्थे अवस्थी, इमरान अहमद और मो. अरशद पर घर आकर रुपयों की वसूली, धमकी देने और आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया है।
शाहनवाज ने बताया कि भाई शाहजेब की बाराबंकी जिले के किसान पथ स्थित साइट का लैंड यूज नहीं बदल रहा था। वहीं, रविशंकर सिंह, गीता, वीके व अन्य लोग उस पर रुपये वापस करने का दबाव बना रहे थे। इंस्पेक्टर प्रभातेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। साक्ष्यों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।उसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
मोबाइल से खुलेंगे राज, पुलिस खंगाल रही कॉल डिटेल
शाहजेब के मोबाइल की डिटेल खंगालने से यह स्पष्ट हो सकेगा कि कौन-कौन लोग प्रताड़ित कर रहे थे। यही नहीं आखिर 15 करोड़ रुपये कर्ज कैसे चढ़ गया। इसके अलावा शाहजेब ने कहां-कहां रुपये प्रॉपर्टी में निवेश किए थे,इसके बारे में भी अहम जानकारी मिल सकेग। भाई शाहनवाज ने बताया कि 9 जुलाई को एलके तोमर से रुपये के लेनदेन के संबंध में बातचीत भी होनी थी। भाई ने बताया कि 30 जून को कुछ लोग घर पर वसूली के लिए आए थे। वह रुपयों की मांग कर रहे थे। शाहजेब ने कुछ दिनों का समय मांगा तो वह गाली गलौज करने लगे थे। घर पर आए लोगों ने शाहजेब के साथ-साथ पूरे परिवार के साथ अभद्रता की थी। यह घटना सीसीटीवी कैमरों में भी कैद हुई थी।
रिटायर्ड दरोगा ने हड़पे थे रुपये, दूसरे काे की थी जमीन की रजिस्ट्री
पीड़ित शाहनवाज ने बताया कि पुलिस विभाग से रिटायर्ड होने के बाद एलके तोमर प्रॉपर्टी डीलिंग करने लगा था। एलके तोमर बाराबंकी के नवाबगंज में भाई को आठ बीघा आवासीय जमीन दिला रहा था। उसने भाई से काफी रुपये भी ले लिए थे। इसके बाद जमीन की रजिस्ट्री किसी और को करा दी। बाद में दबाव बढ़ने पर उसने एक खराब जमीन भाई को दिलायी थी। वीडियो में भी भाई ने सबसे ज्यादा प्रताड़ित करने का आरोप दरोगा एलके तोमर पर ही लगाया है।