वन विभाग एवं प्रशासन की मिली भगत से काट लिए गये फलदार हरे भरे वृक्ष
ठेकेदार कर रहा गुमराह, दिखा रहा पुलिस का भय

ख्वाजा एक्सप्रेस संवाददाता
आंवला। लगातार योगी सरकार पर्यावरण पर जोर देते हुए हर बर्ष अरबो रूपये खर्च कर करोडो पौधों का पौधारोपण करा रही है तो वही विभागीय अधिकारी सरकार की नीतियों को ठेंगा दिखाने का काम रहे है। तथा अपने निजी लाभ के कारण सरकार की योजनाओं को विफल करने का कार्य कर रहे है। कहने को योगी सरकार जीरो टॉलरेंस नीति के तहत भ्रष्टाचार मुक्त प्रदेश बनाने के सपने देख रही है मगर कुछ भ्रष्ट अधिकारियों के कारण सरकार की सभी नीति धरी की धरी रह जाती है ।ऐसा ही एक मामला जनपद की तहसील के ग्राम बडागांव से सामने आया है यह गांव हमारे कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह के पैतृक गांव से बिल्कुल सटा हुआ है। मगर लकड़ी माफियाओं को इस बात का भी बिल्कुल भय नही है। बताते चले कि लकड़ी माफियाओं ने विभागीय अधिकारियों की मिली भगत से दिन के उजाले मे ग्राम बडागांव मे अवैध रूप से विना परमिट के आम, जामुन तथा बेल सहित लगभग 5 से 7 हरे भरे फलदार वृक्षो को काट लिया गया । सूत्रों से ज्ञात हुआ कि यह पेड लकड़ी ठेकेदार शिवपुरी निवासी फईम तथा गोपाल के द्वारा लगभग एक लाख साठ हजार रूपये के खरीदे गये है तथा खरीदने के बाद विभागीय तथा प्रशासन की आपसी सांठगांठ से विना परमिट के अवैध रूप से काट लिए गये है तथा लकड़ी को ठिकाने लगाने के लिए गुलडियां निवासी प्रेमपाल की टाल का सहारा लिया गया। मगर विभागीय लोगों को इसकी कोई भी जानकारी नहीं थी। ठेकेदार फईम के द्वारा संवाददाता को फोन के माध्यम से बरगलाते हुए पुलिस का डर दिखाते हुए धमकाने का भी काम किया गया। जिसकी आडियो साक्ष्य के रूप मे मौजूद हैं। अव देखना होगा कि विना परमिट के अवैध रूप से काटे गये फलदार वृक्षो को काटने वालो पर क्या कार्रवाई अमल मे लाई जाती है।



