
दिग्गज भारतीय अभिनेता और फिल्म निर्माता मनोज कुमार की अस्थियों को शनिवार सुबह, 12 अप्रैल गंगा नदी के पवित्र जल में विसर्जित किया गया। यह अनुष्ठान हरिद्वार में हर की पौड़ी स्थित ब्रह्म कुंड में करीबी पारिवारिक सदस्यों और रिश्तेदारों की मौजूदगी में हुआ। अंतिम संस्कार पूरे वैदिक रीति-रिवाजों के साथ किया गया और नदी के किनारे मंत्रों के साथ उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। मनोज कुमार के बेटे कुणाल गोस्वामी और विशाल गोस्वामी ने पारिवारिक पुजारी के मार्गदर्शन में अपने पिता को नम आंखों से आखिरी विदाई दी।
मनोज कुमार की अस्थियों को गंगा में किया विसर्जित
विसर्जन के बाद कुणाल गोस्वामी ने कहा, ‘अस्थियों को गंगा में विसर्जित कर दिया गया है और हम मां गंगा के आशीर्वाद से उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हैं।’ 24 जुलाई 1937 को एबटाबाद (पाकिस्तान) में जन्मे मनोज कुमार का नाम हरिकृष्ण गोस्वामी था। लंबी बीमारी के बाद 4 अप्रैल को 87 साल की उम्र में उनका निधन हो गया। उन्होंने मुंबई के कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल में सुबह 4:03 बजे अंतिम सांस ली थी। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मनोज कुमार की पत्नी शशि गोस्वामी को लिखे पत्र में दिग्गज अभिनेता के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया था।
अभिनेता-फिल्म निर्माता बन किया कमाल
‘उपकार’, ‘पूरब और पश्चिम’ और ‘क्रांति’ जैसी देशभक्ति फिल्मों के लिए मशहूर हिंदी सिनेमा के आइकन स्टार मनोज कुमार न केवल एक एक्टर थे बल्कि एक फिल्म निर्माता भी थे। ‘उपकार’ में मनोज कुमार की देशभक्ति देख आज भी लोग की आंखें नम हो जाती है। अपनी देशभक्ति फिल्मों के अलावा, उन्होंने कई अन्य हिट फिल्मों में भी काम किया, जिनमें ‘हरियाली और रास्ता’, ‘वो कौन थी’, ‘हिमालय की गोद में’, ‘दो बदन’, ‘पत्थर के सनम’ और ‘नील कमल’ शामिल है। बता दें कि मनोज कुमार का अंतिम संस्कार 5 अप्रैल को मुंबई के पवन हंस श्मशान घाट पर राजकीय सम्मान के साथ किया गया। अंतिम संस्कार में अमिताभ बच्चन, सलीम खान, अभिषेक बच्चन और अरबाज खान सहित बॉलीवुड की कई हस्तियां शामिल हुई थीं।