दिल्ली की राजनीति करेंगे अखिलेश यादव; सर्वसम्मति से चुने गए सपा संसदीय दल के नेता, नव निर्वाचित सांसदों को दिया संघर्ष का मंत्र

लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने राष्ट्रीय राजनीति में जाने का फैसला किया है. लखनऊ में शनिवार को आयोजित सपा संसदीय दल की बैठक में अखिलेश यादव को नेता चुना गया. संसदीय दल की बैठक में मौजूद सभी सांसदों ने सर्वसम्मति से अखिलेश यादव को समाजवादी पार्टी संसदीय दल का नेता चुना है.
समाजवादी पार्टी संसदीय दल की बैठक में शनिवार को सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव, राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव, शिवपाल सिंह यादव सहित सपा के सभी नवनिर्वाचित सांसद और अन्य वरिष्ठ पदाधिकारी उपस्थित रहे.
सपा संसदीय दल की बैठक में अखिलेश यादव ने सभी नवनिर्वाचक सांसदों को केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार और उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार के साथ कैसे जनहित से जुड़े विषयों को लेकर संघर्ष करना है. साथ ही उन सभी मुद्दों पर उन्होंने विस्तार से जानकारी दी जिनके सहारे उत्तर प्रदेश की जनता की अपेक्षा पर खरा उतरना है.
इसके साथ ही सपा सुप्रीमों अखिलेश यादव ने कहा कि, रोजगार के मुद्दे हों या बेरोजगारों की समस्याएं हो, ऐसी तमाम अन्य समस्याओं को लेकर सरकार के खिलाफ समाजवादी पार्टी के लोग लगातार संघर्ष करने का काम करेंगे.
बता दें कि, समाजवादी पार्टी को लोकसभा चुनाव 2024 में उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा सीट जितने में सफलता मिली है. सपा ने 37 सीटें जीती जबकि कांग्रेस पार्टी को 6 सीटें मिली हैं. यह जीत अब तक की सपा के लिए गठबंधन राजनीति की बड़ी जीत बताई जा रही है. वोट परसेंटेज की बात की जाए तो 2024 के लोकसभा चुनाव में सपा को 33% से अधिक वोट हासिल हुए हैं. इससे पहले समाजवादी पार्टी को कभी इतनी बड़ी जीत नहीं मिल पाई.
लोकसभा चुनाव 2024 से पहले सपा ने कांग्रेस ने गठबंधन किया था. जिसमें सपा ने 63 सीटों पर और कांग्रेस ने 17 सीटों पर चुनाव लड़ा था. चुनाव परिणाम आए तो सपा ने 37 सीटें जीती और कांग्रेस ने 6 सीट जीती.