
हरियाणा में सड़क सुरक्षा में सुधार की दिशा में एक कदम उठाते हुए, पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने केंद्र एवं राज्य सरकार को एक पत्र लिखा है। उन्होंने पत्र लिखकर राज्यभर में चिन्हित दुर्घटना संभावित संवेदेशील स्थानों को शीघ्र सुधारने का आग्रह किया है। बुधवार को यहां एक बयान में यह जानकारी दी गई। पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ने यह पत्र सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के सचिव वी. उमाशंकर और हरियाणा सरकार के लोक निर्माण (भवन एवं सड़क) विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अनुराग अग्रवाल को लिखा है।
सिंह ने पत्र में उल्लेख किया है कि हरियाणा पुलिस और परिवहन विभाग द्वारा किए गए एक संयुक्त विश्लेषण में राज्यभर में कई ‘ब्लैक स्पॉट’ का पता चला है, जहां कुछ समय के भीतर पांच या उससे अधिक सड़क दुर्घटनाएं हुई हैं।
‘251 स्थानों में सुधार कार्य लंबित’
इसमें कहा गया है कि 2019-20 और 2023-24 के बीच, 474 ‘ब्लैक स्पॉट’ की पहचान की गई, जिनमें से 223 स्थलों का सुधार किया जा चुका है, जबकि 251 स्थानों में सुधार कार्य लंबित है। उन्होंने पत्र में कहा कि सड़क मरम्मत, साइनेज लगाने, सर्विस रोड बनाने, यातायात नियंत्रण उपायों और बेहतर प्रकाश व्यवस्था जैसे इंजीनियरिंग हस्तक्षेपों में देरी के कारण लगातार दुर्घटनायें हो रही हैं और अनावश्यक रूप से जानमाल का नुकसान हो रहा है।
मंत्रालय और लोक निर्माण विभाग से किया अनुरोध
बयान के अनुसार, डीजीपी ने मंत्रालय और लोक निर्माण विभाग से अनुरोध किया है कि वे अपनी परियोजना कार्यान्वयन इकाइयों और भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को सभी लंबित ‘ब्लैक स्पॉट’ का समय पर और गुणवत्तापूर्ण सुधार सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक निर्देश जारी करें।
‘हरियाणा पुलिस सिर्फ कानून-व्यवस्था बनाए रखने तक ही सीमित नहीं’
उन्होंने कहा कि इन स्थानों पर समय पर इंजीनियरिंग सुधार से न केवल सड़क सुरक्षा बढ़ेगी, बल्कि राज्य में सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मृत्यु दर में भी उल्लेखनीय कमी आएगी। सिंह ने यह भी कहा, “हरियाणा पुलिस सिर्फ कानून-व्यवस्था बनाए रखने तक ही सीमित नहीं है; हम नागरिकों के जीवन की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए भी समान रूप से प्रतिबद्ध हैं। सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए पुलिस, प्रशासन और इंजीनियरिंग विभागों के सामूहिक प्रयास की आवश्यकता है। हर जीवन अनमोल है और हमारा मिशन हर सड़क को सुरक्षित बनाना है।” (पीटीआई इनपुट)



