
नई दिल्ली। रमजान के पाक महीने के आखिरी दिन आज भारत में चांद का दीदार हो चुका है, जिसके बाद कल यानी 31 मार्च को पूरे देश में धूमधाम से ईद मनाई जाएगी। इससे पहले शनिवार को सऊदी अरब में चांद दिखाई दिया था, जहां रविवार यानी आज ईद मनाई जा रही है।
कल ईद के दिन देशभर के विभिन्न मस्जिदों और ईदगाहों में भारी संख्या में लोग जुटेंगे और नमाज अदा करेंगे। नमाज अदा करने के बाद लोग एक-दूसरे से गले मिलकर ईद की बधाई देंगे। इसके साथ ही परंपरागत पकवानों और मिठाइयों, और खासकर सेवइयों का दौर शुरू होगा।
दरअसल, दिल्ली समेत देश के कई हिस्सों में रविवार शाम को ईद-उल-फितर का चांद आसमान में नजर आ गया। इसी के साथ रमजान का पवित्र महीना संपन्न हो गया और सोमवार को देशभर में ईद मनाई जाएगी। दिल्ली के चांदनी चौक स्थित फतेहपुरी मस्जिद के शाही इमाम मुफ्ती मुकर्रम अहमद ने कहा कि रविवार शाम दिल्ली, उत्तर प्रदेश के कई शहरों, हरियाणा के मेवात, झारखंड और बिहार समेत देश के कई स्थानों पर ईद का चांद सामान्य तौर पर सबने देखा है। उन्होंने कहा कि इस्लामी कैलेंडर के 10वें महीने का पहला दिन सोमवार, 31 मार्च को है। शव्वाल महीने के पहले दिन ईद का त्योहार मनाया जाता है।
मुस्लिम संगठन इमारत-ए-शरीया-हिंद ने भी एक बयान में राष्ट्रीय राजधानी समेत देश के अलग-अलग हिस्सों में ईद का चांद दिखने की पुष्टि की। बयान में संगठन की रुअत-ए-हिलाल कमेटी चांद समिति के सचिव मौलाना नजीबुल्लाह कासमी के हवाले से कहा गया है कि ऐलान किया जाता है कि शव्वाल के महीने की शुरुआत सोमवार, 31 मार्च से होगी और कल सुबह ईद-उल-फितर की विशेष नमाज़ अदा की जाएगी। ईद के चांद के दीदार के बाद रविवार को रमजान का पवित्र महीना खत्म हो गया। इस बार रमज़ान का महीना 29 दिन का रहा। हालांकि पिछले साल यह महीना 30 दिन का था। इससे पहले 2022 और 2021 में भी यह पवित्र महीना 30-30 दिन का था। इस्लामी कैलेंडर के मुताबिक, एक महीने में 29 या 30 दिन होते हैं, जो चांद दिखने पर निर्भर करता है। रमज़ान के महीने में रोज़ेदार सुबह सूरज निकलने से पहले से लेकर सूरज डूबने तक कुछ नहीं खाते-पीते हैं। यह महीना ईद का चांद नजर आने के साथ खत्म होता है।
मुफ्ती मुकर्रम ने लोगों को ईद की मुबारकबाद देते हुए कहा कि संपन्न लोगों को ईद की नमाज़ से पहले ‘फित्रा’ (दान) जरूर अदा करना चाहिए। उन्होंने लोगों से ‘फित्रा’ (दान) देने की गुजारिश करते हुए कहा कि सक्षम लोग अपने परिवार के सदस्यों की ओर से प्रत्येक का 2.45 किलोग्राम गेहूं या आटे की कीमत के हिसाब से ‘फित्रा’ निकालें, यानी हर सदस्य की तरफ से 75 रुपये का दान करें ताकि गरीब लोग भी त्योहार मना सकें। शाही इमाम मुकर्रम ने कहा कि वह दुआ करते हैं कि अल्लाह करे पूरे देश में हर त्योहार खुशियों के साथ आए और अमन का पैगाम लाए। उन्होंने मुस्लिम समुदाय से अपील की कि लोग सादगी से ईद मनाएं, फित्रा दें, गरीबों का ख्याल रखें और फिजूलखर्ची से बचें।