
न्यूयॉर्क : विदेश मंत्री एस जयशंकर ने न्यूयॉर्क में भारत-कनाडा विवाद पर खुल कर अपनी बात रखी. उन्होंने हरदीप सिंह निज्जर की हत्या की पर जानकारी साझा करने के सवाल पर कहा कि वह उस खुफिया समूह का हिस्सा नहीं हैं जिसे द फाइव आइज कहा जाता है. द फाइव आइज पांच देशों का एक समूह है जिसमें अमेरिका, यूके, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और कनाडा शामिल है. यह समूह एक समझौते के तहत एक दूसरे से खुफिया जानकारियां साझा करने के लिए बाध्य है.
जयशंकर न्यूयॉर्क में एक कार्यक्रम ‘डिस्कशन एट काउंसिल ऑन फॉरेन रिलेशंस’ में बोल रहे थे. इस कार्यक्रम के दौरान उनसे पूछा गया कि क्या वह हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बारे में कुछ जानते हैं. इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि मैं द फाइव आइज का हिस्सा नहीं हूं, मैं निश्चित रूप से एफबीआई का हिस्सा नहीं हूं. इसलिए मुझे लगता है कि आप गलत व्यक्ति से पूछ रहे हैं.
इससे पहले, कनाडा में अमेरिकी राजदूत डेविड कोहेन ने कहा था कि निज्जर की हत्या के बारे में फाइव आईज साझेदारों के बीच खुफिया जानकारी साझा की गई थी. जिसके कारण ट्रूडो प्रशासन ने भारत सरकार के कथित ‘एजेंटों’ पर अलगाववादी सिख नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के संभावित संबंध का दावा किया था.
कार्यक्रम के दौरान, जयशंकर ने कनाडा में अलगाववादी ताकतों, हिंसा और उग्रवाद से संबंधित संगठित अपराध के बारे में भी बात की. उन्होंने कहा कि कनाडा सरकार राजनीतिक कारणों से उनके ‘बहुत उदार’ दिखने की कोशिश कर रही है. डो चिंता जनक है. उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में, कनाडा ने वास्तव में अलगाववादी ताकतों, संगठित अपराध, हिंसा और उग्रवाद से संबंधित बहुत सारे संगठित अपराध देखे हैं. वे सभी बहुत, बहुत गहराई से जुड़े हुए हैं. वास्तव में, हम विशिष्टताओं और सूचनाओं के बारे में बात कर रहे हैं.
कनाडा के पीएम ट्रूडो की ओर से भारत पर लगाये गये आरोपों के बारे में विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि यदि कनाडा की सरकार भारत सरकार के साथ खालिस्तानी नेता हरदीप निज्जर की हत्या के संबंध में जानकारी साझा करेगी तो हम कार्रवाई करेंगे.
उन्होंने कहा कि हमने उन्हें बताया है कि यह हमारी नीति नहीं है. फिर भी यदि उनके पास कुछ विशिष्ठ जानकारी है तो उन्हें हमें बताना चाहिए. हम इस मामले को देखने के लिए सकारात्मक रूप से तैयार है. लेकिन, बिना किसी संदर्भ के सिर्फ आरोप लगाने से तस्वीर साफ नहीं होती.
विदेशमंत्री एस जयशंकर ने इस बात पर जोर दिया कि भारत सरकार ने कनाडाई पक्ष को अपराध के बारे में बहुत सारी जानकारी प्रदान की है. उन्होंने कहा कि हमने कनाडाई सरकार से बड़ी संख्या में प्रत्यर्पण अनुरोध किये हैं. हमने उन्हें कनाडा से संचालित होने वाले संगठित अपराध और नेतृत्व के बारे में बहुत सारी जानकारी दी है. हमारी सूचि में शामिल कुछ नाम आतंकवादियों के हैं. उनकी पहचान स्पष्ट है.