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दलित छात्र को फोन पर धमकाने वाला स्कूल संचालक को पुलिस ने लिया हिरासत में

ख्वाजा एक्सप्रेस संवाददाता बरेली।

आंवला। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार अशोक आदर्श पब्लिक स्कूल संचालक को एक दलित छात्र को धमकाने के मामले में पुलिस ने हिरासत में लिया है मामले से जुड़ी पूछताछ की जा रही है। 

 दलित छात्र ने वीडियो आडियो वायरल कर बताई थी संचालक द्वारा प्रताड़ित होने कहानी

अलीगंज थाना क्षेत्र के अमरोली गांव स्थित एक प्राइवेट स्कूल संचालक द्वारा अपने ही स्कूल के एक दलित छात्र को फोन पर धमकाने का मामला सामने आया है जिसका आडियो विडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है आडियो वायरल होने के बाद से लोगों द्वारा स्कूल संचालक के प्रति तरह तरह की बातें की जा रही हैं लोगों का कहना है कि एक अध्यापक ही अपने छात्र के प्रति इस तरह के धमकी भरे शब्दों से पेश आएगा तो वो छात्रों को क्या शिक्षा देता होगा।

आपको बता दें एक ऑडियो के अलावा कुछ वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे जिसमें छात्र द्वारा कहा जा रहा है कि वह अनुसूचित जाति से है और पास के ही अमरोली स्थित अशोक आदर्श पब्लिक स्कूल में ग्यारहवीं का छात्र है आरोप है कि एडमिशन के बाद से वह कुछ फीस स्कूल में जमा नहीं कर सका। तो वहां के संचालक ने उसका नाम काट दिया। बाद में उसके पिता फीस लेकर उसके स्कूल पहुंचे और दोबारा नाम लिखने का आग्रह किया तो स्कूल संचालक आगबबूला हो उठा और धमकाने लगा कि वह नाम नहीं लिखेगा । बाद में छात्र ने फोन के माध्यम से संचालक से फीस जमा कर दोबारा नाम लिखने का आग्रह किया तो संचालक ने फोन पर भी छात्र को धमका दिया। जिसका आडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। 

वायरल वीडियो में छात्र बता रहा है कि स्कूल संचालक झूठ बोलते हुए कह रहा है कि उसने उसका ग्यारहवीं में एडमिशन नहीं किया । जबकि हाईस्कूल वहीं से करने के बाद ग्यारहवीं में एडमिशन लिया और ग्यारहवीं का फीस कार्ड उसके पास है और एडमिशन के बाद वह अपनी क्लास के गांव व बाहरी छात्रों के साथ स्कूल भी गया।

 मामले में अशोक आदर्श पब्लिक स्कूल संचालक  ने बताया था उपरोक्त मामले के छात्र का उसके यहां एडमिशन नहीं है।

अब यहां देखने वाली बात है आखिर स्कूल संचालक द्वारा ऐसा क्यों किया जा रहा है क्या केवल पैसा कमाना ही संचालक का मकसद है बच्चों के भविष्य से खिलवाड करने का है । यदि बच्चों के भविष्य से लेना-देना होता तो उपरोक्त छात्र का एक वर्ष इस तरह बर्बाद न करता।

वहीं मामले में थाना अलीगंज पुलिस द्वारा गहनता से जांच की जा रही है।

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