वृहद गो संरक्षण केंद्र पिपरा चंद्रभान का जिलाधिकारी ने किया औचक निरीक्षण

- गोवंश संरक्षण की व्यवस्थाओं का लिया जायजा
देवरिया। जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने मंगलवार को वृहद गो संरक्षण केंद्र पिपरा चंद्रभान का औचक निरीक्षण किया और वहां की व्यवस्थाओं का बारीकी से जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने गोशाला में गोवंश के रखरखाव, चारे-पानी की उपलब्धता, साफ-सफाई और अन्य मूलभूत सुविधाओं की स्थिति को परखा और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान गो संरक्षण केंद्र में कुल 280 टैग्ड गोवंश पाए गए, जिनमें से 13 मादा गोवंश थीं। जिलाधिकारी ने सभी गोवंश को स्वस्थ पाया। गोशाला में चार शेड, दो भूसा गोदाम, चार नाद और दो पानी की चरही बनी हुई हैं। साफ-सफाई की व्यवस्था संतोषजनक पाई गई, हालांकि जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि दिन में दो बार के बजाय तीन बार सफाई कराई जाए, जिससे स्वच्छता और बेहतर हो सके।
निरीक्षण के दौरान यह सामने आया कि गोशाला में लगा सोलर पैनल काम नहीं कर रहा था। जिलाधिकारी ने इसे तत्काल दुरुस्त कराने का निर्देश दिया। साथ ही, अतिरिक्त भूसा गोदाम की आवश्यकता को देखते हुए एस.एफ.सी. पूलिंग या अन्य मद से धनराशि आवंटित कर इसे निर्मित कराने के लिए खंड विकास अधिकारी और मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिया गया।
निरीक्षण के दौरान 26 बंडल साइलेज (पशु चारा) उपलब्ध पाया गया, जिसके रख-रखाव की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश जिलाधिकारी ने दिया। इसके अलावा, गोशाला से जुड़े चारागाह में हरे चारे और नेपियर घास की बुवाई की गई थी। जिलाधिकारी ने चारागाह के रकबे को और बढ़ाने तथा नेपियर घास की अधिक बुवाई कराने के निर्देश दिए, जिससे गोवंश को चारे की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित हो सके।
जिलाधिकारी ने सभी संबंधित अधिकारियों को चारागाहों की भूमि पर विशेष अभियान चलाकर हरा चारा और नेपियर घास की बुवाई कराने का निर्देश दिया। इसके साथ ही, निराश्रित और बेसहारा गोवंश को अभियान चलाकर गोशाला में संरक्षित करने की योजना पर भी जोर दिया गया।
निरीक्षण के समय ब्लॉक प्रमुख देवरिया सदर, खंड विकास अधिकारी देवरिया सदर, सहायक विकास अधिकारी (पंचायत), ग्राम प्रधान पिपरा चंद्रभान, ग्राम सचिव पिपरा चंद्रभान, और पशुधन प्रसार अधिकारी तरौली बरौली उपस्थित रहे।