UP Vidhan Mandal Session: शीतकालीन सत्र का आज आखरी दिन, बोले सीएम योगी – “यूपी को बीमारू राज्य के कलंक से मुक्त कराया”

लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्षी दल समाजवादी पार्टी पर तीखा प्रहार किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि, जिस तरह प्रदेश के माफिया की कमर तोड़ी है-उसी तरह अब शिक्षा माफिया की कमर भी टूटेगी। रिटायर्ड डीजीपी को आयोग में बिठाया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि, “दंगा क्या होता है, बरेली के मौलाना से पूछ लो।’ कोई भी अपराधी, माफिया और जमीनों पर अवैध कब्जा करने वाला नहीं बचेगा। सनद रहे कि इसी साल सितंबर में बरेली में आई लव मुहम्मद प्रदर्शन के दौरान बवाल हो गया था। ये प्रोटेस्ट आईएमसी के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा के आह्वान पर हुआ था। प्रदर्शन के दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों में टकराव के बाद हालात बिगड़ गए थे।
इस प्रकरण में मौलाना तौकीर रजा समेत करीब 40 से ज्यादा आरोपी जेल में हैं और उनके समर्थकों पर बुलडोजर कार्रवाई चल रही है। मुख्यमंत्री ने उसी प्रकरण का जिक्र सदन में किया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष को संबोधित करते हुए कहा कि, अभी आप लोगों को 2047 तक इंतजार करना होगा. उन्होंने कहा कि सुरक्षा के वातावरण में यूपी का परसेप्शन बदल रहा है। महिला और व्यापारियों को पूरी सुरक्षा दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि बेटी विपक्ष की हो या फिर सत्तापक्ष की, उनकी सुरक्षा से कोई समझौता नहीं होगा। इसी तरह व्यापारियों को भी पूरी सुरक्षा रहेगी। सरकारी जमीनें कब्जाने वालों पर बुलडोजर चलेगा। कोई छांगुर अब जमीन कब्जा नहीं कर पाएगा।
मुख्यमंत्री ने विपक्ष पर सवाल उठाते हुए कहा कि, यह सरकार की इच्छाशक्ति होती है। वर्ष 2017 से पहले यूपी के सामने पहचान का संकट था, लेकिन वही यूपी अब देश में पहचान स्थापित किए है। उन्होंने कहा कि, सम्मान तब मिलता है जब दुनिया कहती है यूपी अच्छा कर रहा है।
शिक्षा सेवा आयोग पर क्या बोले
मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा सेवा आयोग में क्या-क्या कारनामे हुए थे। हाईस्कूल और इंटर में थर्ड डिविजन वाले व्यक्ति को आयोग का अध्यक्ष बन गया था, और वह क्या-क्या कर रहे थे-सबको पता है। बिना घूस के कोई नौकरी नहीं मिलती थी। शिवपाल यादव पर कटाक्ष करते हुए कहा कि, शिवपाल जी तो भर्ती मास्टर रहे हैं। लेकिन आज यूपी का युवा पारदर्शी तरीके से नौकरी पा रहा है, इसलिए हमने शिक्षा सेवा चयन आयोग में रिटायर्ड डीजीपी काके बिठा है। हमने कहा कि पुलिस के जरिये बदमाशों की कमर तोड़ी है और अब शिक्षा विभाग ठीक कीजिए।
“यूपी को बीमारू राज्य के कलंक से मुक्त कराया”: योगी
मुख्यमंत्री ने कहा, “हमने कानून-व्यवस्था को दुरुस्त करके प्रदेश को बीमारू राज्यों की सूची से बाहर निकाला है। आज निवेशक उत्तर प्रदेश में आने को आतुर हैं।”
उन्होंने कहा कि आज व्यापारियों से गुंडा टैक्स नहीं वसूला जाता। अगर कोई गुंडा किसी बेटी-बहन से छेड़छाड़ करता है, तो उसे पता है कि यमराज का बुलावा जल्द ही आ जाएगा। सीएम योगी ने आगे कहा कि “हमारी सरकार के आर्थिक सुधारों और मजबूत कानून-व्यवस्था की वजह से ही आज उत्तर प्रदेश देश की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है।”
सपा के कार्यकाल में भर्तियों में थी भारी गड़बड़ी
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आशीष पटेल ने की अनुपूरक बजट की तारीफ
अपना दल (एस) के नेता और यूपी के प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशीष पटेल ने योगी सरकार द्वारा पेश किए गए 24,497 करोड़ रुपये के अनुपूरक बजट की तारीफ की। उन्होंने कहा कि यह बजट औद्योगिक विकास और इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत बनाने की स्पष्ट योजना के साथ लाया गया है, जिससे समाज का हर वर्ग लाभान्वित होगा।
मुख्यमंत्री योगी रखेंगे अपना पक्ष
विधानसभा में अनुपूरक बजट पर चर्चा जोर पकड़ने वाली है। ढाई बजे नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय अपना पक्ष रखेंगे, जबकि ठीक तीन बजे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सदन को संबोधित करेंगे।
सिद्धार्थनगर में मजार-मदरसा तोड़ने का आरोप
नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने सदन में सिद्धार्थनगर का मुद्दा उठाते हुए गंभीर आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि जिले में एक गिरोह पुलिस की मदद से सौ-सौ साल पुराने मकबरे और मदरसे तोड़ रहा है। तहसील मौर्यागंज में चरागाह की जमीन पर बने मजार को पहले आने-जाने से रोका गया और फिर तोड़ दिया गया। इससे क्षेत्र में तनाव बढ़ रहा है। पांडेय ने गिरोह की जांच और अपराधियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की।
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संसदीय कार्यमंत्री का जवाब
संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना ने जवाब देते हुए कहा कि संबंधित जमीन के एक हिस्से पर अवैध कब्जा था, जिसे हटाया गया। उन्होंने जमीन के विभिन्न हिस्सों की क्रमवार जानकारी दी और आश्वासन दिया कि कानून-व्यवस्था पर पूरा ध्यान है। आगे भी जांच होगी और किसी को अवैध कार्य करने की इजाजत नहीं दी जाएगी।
शिवपाल का ब्राह्मण विधायकों को न्योता
समाजवादी पार्टी (लोहिया) के नेता और सपा विधायक शिवपाल सिंह यादव ने ब्राह्मण विधायकों की हालिया बैठक पर तंज कसते हुए कहा, “वे लोग हमारे यहां आएं, सबको पूरा सम्मान मिलेगा।” उनका इशारा सत्ताधारी खेमे के असंतुष्ट विधायकों की ओर था।
अनुपूरक बजट पर कांग्रेस का हमला
कांग्रेस विधानमंडल दल नेता आराधना मिश्रा ‘मोना’ ने अनुपूरक बजट को जनता की कमाई का दुरुपयोग करार दिया। उन्होंने सवाल उठाया कि जब मूल बजट का केवल 36-37% ही खर्च हुआ है, तो अतिरिक्त बजट की क्या जरूरत है?
डिप्टी सीएम का पलटवार
डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि सपा ने प्रदेश को अराजकता और माफिया राज दिया था। अब यूपी शांति और विकास के पथ पर है। उन्होंने विपक्ष को ‘डिरेल’ बताते हुए कहा कि सपा के पास कहने को कुछ नहीं बचा, इसलिए देश को अराजकता की ओर धकेलने की कोशिश कर रहे हैं।
प्रदूषण पर तीखी बहस
सपा सदस्यों ने सदन में प्रदूषण का मुद्दा जोर-शोर से उठाया। एक विधायक ने दावा किया कि 2022 में देशभर में प्रदूषण से 17 लाख मौतें हुईं और यूपी में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड बिना ग्राउंड इंस्पेक्शन के NOC जारी कर देता है। जवाब में पर्यावरण मंत्री ने कहा कि पिछले तीन सालों में सरकार ने प्रदूषण को प्रभावी ढंग से नियंत्रित किया है और हर नागरिक को आगे आना चाहिए।
अरावली बचाओ का शोर
सपा विधायकों ने सदन में “सेव अरावली, सेव लाइफ” के नारे लगाए। उन्होंने अरावली पर्वत श्रृंखला को जीवनदायिनी बताते हुए इसे बचाने की मांग की और जलवायु कार्यकर्ता सोनम वांगचुक की रिहाई के लिए भी आवाज उठाई।
सत्र में अभी तक अनुपूरक बजट पेश हो चुका है और कई विधेयक पारित किए जा चुके हैं। विपक्ष के हंगामे के बीच सत्र का आज का दिन भी गरमागरम रहा।



