गुरु नानक देव विश्वविद्यालय ने अटॉर्नी जसप्रीत सिंह को ‘प्रोफेसर ऑफ एमिनेंस’ नियुक्त

गुरु नानक देव विश्वविद्यालय, अमृतसर ने प्रसिद्ध अमेरिकी आव्रजन वकील जसप्रीत सिंह को ‘प्रोफेसर ऑफ एमिनेंस’ के रूप में नियुक्त करके शैक्षणिक क्षेत्र में एक नया मील का पत्थर स्थापित किया है। इस नियुक्ति से विश्वविद्यालय की अंतर्राष्ट्रीय पहुंच और मजबूत होगी तथा छात्रों को विश्वस्तरीय विशेषज्ञों से सीखने का अवसर मिलेगा।
अमेरिका में आव्रजन और राष्ट्रीयता कानून के विशेषज्ञ जसप्रीत सिंह को विश्वविद्यालय की कानूनी शिक्षा और अंतर्राष्ट्रीय कानून कार्यक्रमों को मजबूत करने के लिए चुना गया है। वह न्यूयॉर्क, कैलिफोर्निया, न्यू जर्सी और मैरीलैंड में सफलतापूर्वक अपनी लॉ फर्म चलाते हैं और पिछले दो दशकों में 10,000 से अधिक आव्रजन, शरण और निर्वासन के मामलों को संभाल चुके हैं।
सामाजिक न्याय, विशेषकर निम्न आय वर्ग और बुजुर्ग आप्रवासियों के लिए मुफ्त कानूनी सहायता के प्रति उनकी प्रतिबद्धता ने उन्हें अमेरिका में सिख समुदाय में एक विशेष स्थान दिलाया है। यह नियुक्ति विश्वविद्यालय के कानूनी विशेषज्ञों की विशेष समिति की सिफारिश पर की गई, जिसमें डॉ. भीम राव अंबेडकर राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. दविंदर सिंह, जे. सी. बोस विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार प्रो. अजय रंगा और पंजाब विश्वविद्यालय के पूर्व अध्यक्ष प्रो. रतन सिंह शामिल थे। समिति की बैठक कुलपति डा. करमजीत सिंह के नेतृत्व में हुई, जिसमें जसप्रीत सिंह की अद्वितीय योग्यता और समाज सेवा को मुख्य आधार माना गया।
जसप्रीत सिंह ने विश्वविद्यालय के साथ एक समझौते के तहत ‘सिख अध्ययन चेयर’ स्थापित करने के लिए 3.5 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता भी प्रदान की है। इस पीठ का उद्देश्य अकादमिक अनुसंधान के माध्यम से पूरे विश्व में गुरु नानक देव जी की शिक्षाओं, समानता और मानवता की एकता का प्रसार करना है। कुलपति डॉ. करमजीत सिंह ने कहा, “जसप्रीत सिंह की नियुक्ति से विश्वस्तरीय शिक्षा प्रदान करने की हमारी संस्था की प्रतिबद्धता और मजबूत होगी। इससे छात्रों को अंतरराष्ट्रीय कानूनी चुनौतियों को समझने का अवसर मिलेगा।”