लोकतंत्र का महापर्व यानि मतदान का दिन। हर स्थान पर चुनाव आयोग और स्थानीय प्रशासन की ओर से इसे अलग अंदाज में मनाने की कोशिश की गई, लेकिन धर्म नगरी कुरुक्षेत्र में कुछ ऐसा किया गया जिसे लोग भूले नहीं भूल पाएंगे।
यहां प्रशासन की ओर से मतदान करने आने वाले लोगों को पोधा भेंट स्वरूप दिया गया, जिसे वह रोपकर हरियाली को बढ़ाने का काम करेंगे। साथ ही बुजुर्गों और विकलांगों को लाने के लिए बैटरी कार की भी व्यवस्था की गई।
मतदान करने आए कुछ लोगों से जब हमने बात की, तो उनका कहना था कि प्रशासन की यह व्यवस्था उन्हें काफी अच्छी लगी है। यदि प्रशासन हमेशा ऐसा ही करे तो लोगों का मतदान के प्रति रुझान बढ़ेगा साथ ही देश और प्रदेश में हरियाली भी बढ़ेगी।
वहीं, बुजुर्ग और विकलांग व्यक्तियों के मतदान के लिए आने पर जब उनसे सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा कि देश की सरकार चुनने के लिए अनेक शहीदों ने अपनी कुर्बानी देकर उन्हें यह हक दिलाया है।
इसलिए वह इस पवित्र दिन को कभी नहीं भूल सकते। उनका कहना था कि यदि वह आज के इस दिन को भूल जाएंगे, तो फिर आने वाली पीढ़ी को क्या संदेश देंगे।
इसलिए जब आज का युवा उन्हें इस हालत में मतदान करते हुए देखेगा, तो उसमें भी मतदान को लेकर जज्बा पैदा होगा, जो इस लोकतांत्रिक देश के लिए काफी फायदेमंद होगा।