देवरिया में रिश्तों को जोड़ रही ‘सुलह योजना’, बंटवारे के 305 मामलों का सौहार्दपूर्ण समाधान

- डीएम दिव्या मित्तल के प्रशासनिक प्रयोग से कोर्ट के बाहर हो रहे फैसले, परिवारों में लौट रहा चैन
गौरव कुशवाहा
देवरिया। पारिवारिक रिश्तों में खटास और बंटवारे को लेकर वर्षों से चली आ रही कानूनी लड़ाइयों को खत्म करने की दिशा में प्रशासन की पहल ‘सुलह योजना’ नई उम्मीद बनकर उभरी है। जिलाधिकारी दिव्या मित्तल के मार्गदर्शन में चलाई जा रही यह योजना अब तक 305 पारिवारिक विवादों को आपसी सहमति से हल कर चुकी है, जिससे न सिर्फ परिवारों में मेल-मिलाप बढ़ा है, बल्कि न्यायिक प्रणाली पर भी बोझ कम हुआ है।
यह योजना खासतौर पर धारा 116 के तहत उप जिलाधिकारी न्यायालयों में लंबित बंटवारे के मामलों के त्वरित निस्तारण के लिए शुरू की गई थी। सलेमपुर में 82, देवरिया में 65, बरहज में 61, भाटपाररानी में 49 और रुद्रपुर में 48 मामले इस योजना के तहत शांतिपूर्ण ढंग से सुलझाए गए हैं।
‘सुलह योजना’ केवल एक प्रशासकीय प्रयास नहीं, बल्कि एक सामाजिक संवाद है, जो रिश्तों की टूटन को मरहम देता है। जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने इसे टूटे रिश्तों को जोड़ने और अगली पीढ़ियों को बेहतर माहौल देने का माध्यम बताया।
अब लोग अदालतों के चक्कर काटने की बजाय तहसील स्तर पर बैठकर संवाद के ज़रिए समाधान ढूंढ रहे हैं, जो अधिक स्थायी और व्यावहारिक साबित हो रहा है। इस प्रयास से जहां आपसी दुश्मनी खत्म हो रही है, वहीं बच्चों के भविष्य और पारिवारिक माहौल को लेकर चिंता भी कम हो रही है।
जिला प्रशासन ने जनपदवासियों से अपील की है कि वे अपने सह खातेदारों और परिवारजनों के साथ यदि किसी विवाद में उलझे हैं, तो तहसील कार्यालय पहुंचकर ‘सुलह योजना’ का लाभ लें और बातचीत के ज़रिए समाधान की दिशा में आगे बढ़ें।