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हत्यारी मां को कोर्ट ने दी फांसी की सजा, तीन बच्चों की नदी में फेंककर की थी हत्या

उत्तर प्रदेश के औरैया से बड़ी खबर सामने आई है। दरअसल यहां तीन बच्चों की हत्यारी मां को कोर्ट ने फांसी की सजा सुनाई है। बता दें कि हत्यारी मां तालेपुर में सेंगुर नदी में फेंककर अपने तीन मासूम बच्चों की हत्या कर दी। इस मामले की सुनवाई एडीजी-3 न्यायाधीश सैफ अहमद की कोर्ट में हुई, जिसके बाद उसे फांसी की सजा दी गई है। बता दें कि कोर्ट में मां द्वारा की गई निर्मम हत्या को दुर्लभ माना।

क्या था पूरा मामला?

यह पूरी घटना औरैया कोतवाली क्षेत्र के तालेपुर गांव की है, जहां एक महिला ने अपने तीन मासूम बच्चों को सेगुर नदी में फेंक कर उनकी हत्या कर दी थी। इस घटना के बाद महिला पर आरोप लगा कि अपनी संतान से नफरत करने की वजह से उसने अपने तीनों बच्चों को मार डाला। बहता दें कि इस घटना के बाद पूरे गांव में हड़कंप मचा हुआ था। जानकारी के मुताबिक, इस घटना के पीछे का अहम कारण पारिवारिक विवाद को बताया जा रहा था। लेकिन उस दौरान किसी ने ये नहीं सोचा था कि महिला इतनी क्रूर होगी जो अपने ही बच्चों की हत्या कर देगी। इस घटना के तुरंत बाद पुलिस ने एक्शन लेना शुरू किया और तुरंत महिला को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने जब महिला से पूछताछ शुरू की तो महिला ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया। इसके बाद से ही इस मामले पर सभी की नजर टिकी हुई थी।

क्या बोले न्यायाधीश?

आज कोर्ट में सबूतों और गवाहों को संज्ञान में लेते हुए महिला को दोषी ठहराया गया, जिसके बाद उसे न्यायाधीश सैफ अहमद ने फांसी की सजा सुनाई है। न्यायालय ने माना कि महिला ने अपने बच्चों की हत्या करने के इरादे से उन्हें जानबूझकर नदी में फेंक दिया। इसलिए ऐसे क्रूर कार्य के लिए महिला को कठोरतम सजा दी जानी चाहिए। न्यायाधीश सैफ अहमद ने महिला को फांसी की सजा दी और यह भी कहा कि ऐसे अपराधों के लिए समाज में कठोर सजा दी जानी चाहिए, ताकि अन्य लोग भी इससे शिक्षा लें और इस तरह के जघन्य अपराध करने से बचें। सजा सुनाते हुए सैफ अहमद ने कहा कि यह घटना ना केवल क्रूर है बल्कि समाज के लिए यह एक कड़ा संदेश है। बच्चों की हत्या जैसे मामले समाज के लिए एक बड़ा खतरा है। ऐसे में यह बेहद जरूरी है कि ऐसे मामलों में कठोर सजा दी जाए, ताकि अपराधियों के मन में डर बना रहे।

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