बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जनता के बीच हाल जान रहे योगी के मंत्री

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- सीएम योगी के निर्देश पर ग्राउंड जीरो पर उतरकर राहत सामग्री वितरित कर रहे मंत्रीगण
- पीड़ितों की मदद योगी सरकार की प्राथमिकता, प्रभावित क्षेत्रों में मुस्तैद है योगी की टीम-11
- हर परिस्थिति में बाढ़ पीड़ितों के साथ खड़ी है योगी सरकार
- कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना व अनिल राजभर ने वाराणसी में मुख्यमंत्री बाढ़ राहत किट का किया वितरण
- नंदगोपाल गुप्ता ‘नंदी’ ने प्रयागराज के करछना तहसील के कटका डेरा गांव का किया निरीक्षण
- स्वतंत्र देव सिंह व संजय गंगवार ने जालौन में बाढ़ पीड़ितों को परोसा भोजन
- दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’ बलिया व रामकेश निषाद ने बांदा में बांटी राहत सामग्री
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर प्रदेश सरकार के मंत्री बाढ़ राहत एवं बचाव कार्यों के लिए ग्राउंड जीरो पर उतरे हैं। मंत्रियों ने सोमवार को भी बाढ़ प्रभावित जनपदों का भ्रमण किया। मंत्रियों ने प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यों का भी जायजा लिया, फिर पीड़ितों से संवाद स्थापित किया। बाढ़ पीड़ितों और जरूरतमंदों तक अविलंब सहायता पहुंचाना, राहत सामग्री का निरंतर वितरण करना योगी सरकार की प्राथमिकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार का प्रतिनिधि, प्रशासन और संसाधन जनता के हर सुख-दुख में है। सरकार हर परिस्थिति में बाढ़ पीड़ितों को राहत दिलाने के लिए तत्पर है।
वित्त मंत्री सुरेश खन्ना व अनिल राजभर ने वाराणसी में बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों का किया दौरा
योगी सरकार के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना व श्रम-सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर ने सोमवार को वाराणसी के बाढ़ग्रस्त एरिया का निरीक्षण किया। खन्ना ने प्रभावित क्षेत्रों में बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री का वितरण भी किया। प्रभारी मंत्री सुरेश खन्ना ने नमो घाट से नक्की घाट तक बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण करते हुए राहत शिविरों में पहुँचकर पीड़ितों से संवाद किया। उन्होंने शिविरों में साफ-सफाई, स्वच्छ पेयजल, भोजन, चिकित्सा सुविधा और बिजली आपूर्ति जैसी बुनियादी जरूरतों पर विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए। खन्ना ने श्रीराम पीजी कॉलेज और दीप्ति कॉन्वेंट स्कूल हुकुलगंज में भी राहत शिविरों का दौरा कर राहत सामग्री वितरित की। खन्ना ने बच्चों को चॉकलेट भी दी। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि चिकित्सा टीमें पूरी सतर्कता के साथ कार्य करें, जलजनित रोगों की रोकथाम हेतु समुचित प्रयास हों।



