11 महीने की 1600 कॉल ने खोला दोहरे हत्याकांड का राज, भतीजा निकला मां और बेटी का कातिल

मलिहाबाद/लखनऊ। दो दिन पूर्व मलिहाबाद कोतवाली के ईशापुर गांव में गीता (25) और उसकी बेटी दीपिका (06) की गला रेत कर हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने मृतका के मोबाइल की सीडीआर रिपोर्ट के आधार पर देर रात भतीजे विकास कन्नौजिया को हिरासत में लिया। विकास ने 11 महीने में 1600 कॉल गीता के मोबाइल पर किए थे। इसके बाद पुलिस ने भतीजे से पूछताछ की, तब उसने अपना जुर्म स्वीकार किया।
डीसीपी पश्चिम विश्वजीत श्रीवास्तव ने बताया कि ईशापुर गांव निवासी गीता अपनी बेटी दीपिका के साथ रहती थी। कोरोना काल से उसका प्रेम प्रसंग भतीजे विकास कन्नौजिया के साथ चल रहा था। हत्यारोपी ने बताया कि गीता उससे आए दिन महंगी ज्वेलरी, कपड़ों और गिफ्ट की मांग करती थी। वह किसी न किसी तरीके से प्रेमिका गीता की सभी मांगों को पूरा करता था। इसके बाद गीता ने उससे शादी करने का दबाव बनाया, लेकिन विकास ने उससे शादी करने से मना कर दिया था। जिसके कारण गीता ने करीब 15 दिन से विकास से बातचीत करना बंद कर दिया था। गीता की बेरुखी विकास को अखरने लगी। गुरुवार रात विकास गीता को मनाने के लिए उसके घर पहुंचा था, इसके बाद वह उससे झगड़ने लगी। विवाद बढ़ने पर विकास ने बेटी दीपिका के सामने मां को पीटना शुरू कर दिया। फिर उसने गला रेत कर दीपिका की हत्या कर दी। इस गुनाह से बचने के लिए विकास ने चश्मदीद गवाह दीपिका पर वजनदार हथियार से वार कर उसे भी मौत की नींद सुला दिया।
माफी मांगने के लिए पोल के सहारे घर में घुसा
हत्यारोपी विकास ने बताया कि पिछले 15 दिनों से गीता से उसकी अनबन चल रही थी। गीता ने उससे बातचीत करना बंद कर दिया था। लिहाजा, वह गीता से माफी मांगने के लिए गुरुवार रात उसके घर पहुंचा। इसके बाद गीता ने घर का दरवाजा नहीं खोला। फिर विकास बिजली के पोल के सहारे घर के अंदर घुस आया और गीता से माफी मांगने लगा। इस पर गीता विकास को बुरा-भला कहने लगी। गीता की बात सुनकर विकास गुस्से में आ गया। इसके बाद किचन से चाकू लेकर आया और पास रखे डंडे से गीता की हत्या कर दी। यह पूरा घटनाक्रम दीपिका ने देखा था। गवाह को खत्म करने के लिए विकास ने दोहरे हत्याकांड को अंजाम दिया था।
हत्या के बाद पानी से साफ किया था निशान
मां-बेटी की हत्या करने के बाद विकास ने पानी से फर्श पर खून साफ किया था। इसके साथ ही दीवार पर अपनी उंगलियों के निशान भी पोछ दिए थे, ताकि पुलिस उसे पकड़ न सके। डीसीपी ने बताया कि पुलिस ने गीता के बेटे दीपांशु से भी पूछताछ की, तब बेटे ने बताया कि विकास उसके घर पर अक्सर आता था। जिसके बाद पुलिस ने गीता के मोबाइल की सीडीआर रिपोर्ट खंगाली, तब पता चला कि विकास ने 11 महीने में गीता के मोबाइल पर 1600 कॉल किए थे। इसके साथ ही सीडीआर रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने एक गैर समुदाय के युवक को भी उठाया। तब कहीं दोहरे हत्याकांड के पीछे प्रेम प्रसंग की बात का खुलासा हुआ। जांच में मिले तथ्यों व साक्ष्यों के आधार पर पुलिस ने विकास को गिरफ्तार कर हत्या में प्रयुक्त डंडा और चाकू बरामद किया है।
ये था मामला
गौरतलब है कि 16 जनवरी को ईशापुर गांव में गीता (25) और उसकी बेटी दीपिका (06) की गला रेत कर हत्या कर दी गई थी। बेटी गीता का फोन न उठने पर पिता सिद्धनाथ नाती दीपांशु के साथ उसके घर पर पहुंचे थे। जिसके बाद लोगों को दोहरे हत्याकांड की जानकारी हुई थी। इस हत्याकांड का खुलासा करने के लिए पुलिस की पांच टीमें लगाई गई थीं। घटना से जुड़े सभी साक्ष्यों को जुटाने के लिए पुलिस ने गांव के लोगों से पूछताछ की। हत्यारोपी को गिरफ्तार कर पुलिस ने मामले का पर्दाफाश किया है।



