बिजली कटौती के खिलाफ आम आदमी पार्टी का प्रदेशव्यापी प्रदर्शन, लखनऊ में कार्यकर्ता गिरफ्तार

लखनऊ। आम आदमी पार्टी ने उत्तर प्रदेश में लगातार हो रही बिजली कटौती और खराब विद्युत आपूर्ति व्यवस्था के खिलाफ बुधवार को प्रदेशभर में जोरदार प्रदर्शन किया। पार्टी के प्रदेश प्रभारी एवं सांसद संजय सिंह के आह्वान पर मेरठ, वाराणसी, गाजीपुर, पीलीभीत, मिर्जापुर, गाजियाबाद, सुल्तानपुर, कानपुर नगर, बस्ती, फर्रुखाबाद, सहारनपुर, अलीगढ़, फिरोजाबाद, आगरा, भदोही, मुजफ्फरनगर, एटा, झांसी, गोंडा, बरेली, अमेठी सहित सभी जिलों में प्रदर्शन किए गए।
राजधानी लखनऊ में प्रांत अध्यक्ष विनय पटेल की मौजूदगी और जिला अध्यक्ष इरम रिजवी के नेतृत्व में सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने स्वास्थ्य भवन चौराहे पर एकत्र होकर विरोध दर्ज कराया। इस दौरान नारेबाजी हुई और पुलिस से तीखी नोकझोंक के बाद सभी कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया गया।
प्रदर्शन के दौरान प्रांतीय अध्यक्ष विनय पटेल ने कहा कि उत्तर प्रदेश की जनता बिजली की महंगी दरों और लगातार कटौती से परेशान है। भीषण गर्मी में 10 से 12 घंटे तक बिजली गायब रहने से बच्चों की पढ़ाई, पानी की आपूर्ति और व्यवसायिक गतिविधियाँ प्रभावित हो रही हैं। उन्होंने कहा कि योगी सरकार प्रदेश को लालटेन युग में ले जाने का काम कर रही है।
जिला अध्यक्ष इरम रिजवी ने कहा कि सरकार ने प्राइवेट कंपनियों को बिल वसूली का ठेका देकर जनता पर फर्जी बिजली बिलों का बोझ डाल दिया है। कंपनियाँ बिना मीटर देखे मनमाने रीडिंग भर रही हैं और भ्रष्टाचार खुलेआम जारी है, लेकिन सरकार मौन है। किसानों को भी सिंचाई के लिए पर्याप्त बिजली नहीं मिल पा रही, जिससे फसलें खराब हो रही हैं और उनकी आय पर असर पड़ रहा है।
आप नेताओं ने मांग की है कि प्रदेश में 24 घंटे निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित की जाए, किसानों को नियमित बिजली मिले और फर्जी बिलिंग करने वाली कंपनियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।
प्रदर्शन में प्रिंस सोनी, महेंद्र सिंह, दिनेश पटेल, नीलम यादव, वंशराज दुबे, तुषार श्रीवास्तव, इस्मा जहीर, अंकित परिहार, माजिद अली, प्रखर श्रीवास्तव, प्रियंका श्रीवास्तव, अनिल जैन, राकेश तिवारी, ललित वाल्मीकि, मो. मेहंदी, ज्ञान सिंह, साहिल अंसारी, मनीष भारद्वाज, अंशुमान त्यागी, बलराम साहनी, रावण साहनी, सद्दाम, अंबिका मौर्य, पीके बाजपेई, बबलू मौर्या, अनीस खान, सुधीर पटेल, सत्येंद्र सोनकर, अंशुल यादव, अंकित सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता शामिल रहे।