अमिताभ ठाकुर बोले- सात दिन में गिरफ्तारी नहीं हुई तो करेंगे आंदोलन और विधिक कार्यवाही

चित्रकूट। पूर्व आईपीएस अधिकारी सामाजिक कार्यकर्ता और अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने निखत-अब्बास अंसारी मामले में पुलिसिया कार्यवाही पर गंभीर सवाल उठाए हैं। उन्होने इस संबंध में अपर मुख्य सचिव गृह विभाग उप्र शासन को एक पत्र भी भेजा है।
इसमें उन्होंने कहा है कि शासन प्रशासन ने जेल अफसरों को निलंबित करने के अलावा अब तक उनके खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की है। उनका कहना है कि इससे साफ दिख जाता है कि मामले में केवल रंजिश की भावना से कार्रवाई की गई है, न्याय की दृष्टि से नहीं।
अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने पत्र में कहा है कि विगत दिनों मुख्तार अंसारी की बहू तथा विधायक अब्बास अंसारी की पत्नी निखत बानो के चित्रकूट जेल में पति के साथ अनधिकृत और गैरकानूनी ढंग से पकड़े जाने के मामले में चौकी इंचार्ज रगौली थाना श्यामदेव सिंह की एफआईआर में कई लोग नामजद हैं।
इनमें दंपती के अलावा जेल अधीक्षक अशोक कुमार सागर, जेलर सुशील कुमार, कांस्टेबल जगमोहन तथा ड्यूटी पर तैनात तमाम कर्मचारीगण शामिल हैं। अमिताभ ठाकुर का कहना है कि यह स्पष्ट है कि किसी भी जेल में बिना जेल अधीक्षक की सक्रिय भूमिका के कोई भी व्यक्ति अंदर प्रवेश नहीं कर सकता है।
एफआईआर के अनुसार इस मामले में निखत बार-बार जेल के अंदर जाती रही और उसने इसके लिए तमाम जेल कर्मियों को भिन्न प्रकार से उपकृत किया। अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष का कहना है कि इतने सारे तथ्यों के बाद भी शासन प्रशासन ने जेल अफसरों को निलंबित करने के अलावा अब तक उनके खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की है, जिससे साफ दिख जाता है कि मामले में रंजिश की भावना से कार्रवाई की गई है।
अधिकार सेना का मानना है कि इस मामले में मुख्तार अंसारी की बहू की गिरफ्तारी पूरी तरह नाकाफी है। उन्होंने अपर मुख्य सचिव गृह विभाग से अनुरोध किया है कि इस मामले में नामित आरोपी जेल अफसरों को भी अविलंब गिरफ्तार किया जाए क्योंकि यह न्याय की दृष्टि से नितांत आवश्यक है।
उन्होंने यह भी कहा है कि जिन व्यक्तियों ने इस अपराध को कारित किए जाने में हर संभव मदद की और यह सारा कार्य भ्रष्टाचार में लिप्त होकर तथा पैसे लेकर किए, उनके विरुद्ध यदि कार्यवाही नहीं हो और केवल लाभ पाने वाले व्यक्ति के विरुद्ध कार्यवाही हो और लोकसेवक बच जाए तो यह अपने आप में गंभीर स्थिति मानी जाएगी।
अमिताभ का कहना है कि अगर सात दिन के अंदर आरोपी जेल अफसरों को गिरफ्तार नहीं किया जाता तो अधिकार सेना इस मामले में आंदोलन सहित अन्य विधिक कार्यवाही करेगी।



