अपना दल सोनेलाल में आशीष पटेल का कद घटा, बनाये गये राष्ट्रीय उपाध्यक्ष

लखनऊ : योगी आदित्यनाथ सरकार में प्राविधिक शिक्षा मंत्री और केंद्र व प्रदेश की सत्ता पर काबिज एनडीए के घटक दल अपना दल (सोनेलाल) के संस्थापक सदस्य आशीष पटेल का पार्टी में लगातार डिमोशन होता जा रहा है। भाजपा पर निशाना साधने के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अनदेखी करने वाले आशीष पटेल की पत्नी अनुप्रिया पटेल नरेन्द्र मोदी सरकार में मंत्री हैं और वह अपना दल (एस) की राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं।
आशीष पटेल पहले अपना दल (एस) के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे। इसके बाद उनको पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया था। इसके बाद कद घटाकर उनको वरिष्ठ उपाध्यक्ष बनाया गया था, जबकि दो जुलाई को पार्टी का कार्यकारिणी की बैठक में उनको उपाध्यक्ष पद पर पदोनत किया गया। इन दिनों कथावाचकों की जाति को लेकर चल रहे बवाल के बीच अपना दल (एस) ब्राह्मणों को अपने पाले में लाने के प्रयास में लग गई है। पार्टी की दो जुलाई को घोषित कार्यकारिणी में चित्रकूट के आशीष पटेल को उपाध्यक्ष नंबर दो बनाया है, जबकि उपाध्यक्ष नंबर एक माता बदल तिवारी को नामित किया गया है।
अपना दल (सोनेलाल) की राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने पार्टी में अहम बदलाव किया है। बदलाव का असर, उनके पति और योगी आदित्यनाथ सरकार में प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशीष पटेल पर भी पड़ा है। संगठन के बदलाव में अनुप्रिया पटेल ने पति और मंत्री आशीष पटेल का कद घटा दिया है। अपना दल (एस) की राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल की ओर से जारी की कार्यकारिणी की सूची अनुसार अब आशीष पटेल, कार्यकारी अध्यक्ष नहीं रहेंगे। उनको उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई है। आशीष पटेल पार्टी की नंबर दो पोजीशन से नंबर तीन पर भेजे गए हैं।
आशीष पटेल के ऊपर माता बदल तिवारी होंगे। वह भी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं, लेकिन अनुप्रिया पटेल की अनुमति से जारी पत्र में आशीष सिंह पटेल राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नंबर दो और तिवारी नंबर एक हैं। आशीष और तिवारी के अलावा, केके पटेल को राष्ट्रीय महासचिव, राकेश यादव को राष्ट्रीय सचिव, अल्का पटेल को राष्ट्रीय सचिव, पप्पू माली राष्ट्रीय सचिव, अमित पटेल राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य और रेखा वर्मा को भी राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य की जिम्मेदारी दी गई है।
आशीष पटेल अब तक पार्टी की संगठनात्मक बैठकों के साथ ही कार्यक्रमों में बतौर कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष शामिल होते रहे हैं। यह वैकल्पिक पद है, इस कारण यह संगठनात्मक कोरम में आड़े आता था। नये पदनाम के साथ आशीष पटेल संगठनात्मक कार्यों में और अधिक सक्रिय होंगे। माना जा रहा है कि उनका जोर अब संगठन को मजबूत करने और पार्टी के विस्तार पर रहेगा। उधर उनको राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाने को कुछ दल के नेता पर कतरना भी बता रहे हैं।