भ्रष्टाचार चरम पर… पानी में बहे 30 करोड़, नालों में भरी सिल्ट, जानें पूरा मामला

लखनऊ: बारिश में कंट्रोल रूम में जलभराव की शिकायतें बढ़ीं तो नगर आयुक्त गौरव कुमार हालात जानने शहर में निकल पड़े। उन्होंने घूम-घूमकर नाला सफाई की हकीकत देखी। सरकटा नाले में सिल्ट देख भड़क गए और अधिकारियों को फटकार लगाते हुए मुख्य अभियंता विद्युत को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया। साथ ही नाले की दोबारा सफाई करने करने के निर्देश दिए।
शहर में नाले और नालियों की सफाई पर वर्ष में 30 करोड़ रुपये खर्च किए जाते हैं। इसके बावजूद हल्की बारिश में जलभराव हो रहा है। बाढ़ पंपिंग स्टेशन भी ठीक से काम नहीं कर रहे हैं। नगर आयुक्त गौरव कुमार ने 24 अप्रैल को ज्वाइन करने के दौरान ही जलभराव और सफाई की समस्या की ठोस प्लानिंग की बात कही थी। उन्होंने जमीनी स्तर पर तैयारियां तेज करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद लगातार जलनिकासी व्यवस्था में सुधार के लिए अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे थे। अधिकारियों को बारिश से पहले नालों और नालियों की सफाई और बाढ़ पम्पिंग स्टेशनों का निरीक्षण करने के निर्देश दिए थे। इसके बावजूद सोमवार को हुई बारिश से जगह-जगह हुए जलभराव हो गया। अब नगर आयुक्त ने अधिकारियों को अपने जोन में नालों की दोबारा सिल्ट निकालकर सफाई कराने और बाढ़ पम्पिंग स्टेशनों की कमियां दूर कराने के सख्त निर्देश दिए हैं।
बाढ़ पम्पिंग स्टेशन देखने गोमती नगर पहुंचे नगर आयुक्त
नगर आयुक्त गौरव कुमार ने मंगलवार को शहर में तेज बारिश के बाद गोमती नगर क्षेत्र स्थित बाढ़ पम्पिंग स्टेशन का औचक निरीक्षण किया। जलभराव की स्थिति का जायजा लिया और मौके पर उपस्थित अभियंताओं एवं कर्मचारियों को निर्देश दिया कि बारिश का पानी जल्द से जल्द निकासी की व्यवस्था की जाए, जिससे जनता को किसी प्रकार की असुविधा न हो।