दंगे के मास्टरमाइंड मौलाना तौकीर रजा के करीबी की संपत्तियों पर चला बुलडोजर, मार्केट-शोरूम ध्वस्त

बरेली मे 26 सितंबर को हुए दंगे के मास्टरमाइंड मौलाना तौकीर रजा के करीबी कॉलोनाइजर आरिफ पर पुलिस प्रशासन का शिकंजा लगातार कसता जा रहा है। आज बरेली विकास प्राधिकरण ने पीलीभीत बाईपास रोड और जगतपुर इलाके में उदंगे के मास्टरमाइंड मौलाना तौकीर रजा के करीबी कॉलोनाइजर आरिफ की दो बड़ी संपत्तियों पर बुलडोजर की कार्रवाई शुरू कर दी और दोनों संपत्तियों, शोरूम और बड़े से मार्केट को ध्वस्त कर दिया।
बरेली विकास प्राधिकरण की टीम जैसे ही अवैध निर्माण ढहाने पहुंची, पुलिस ने पूरे इलाके को पहले ही चारों ओर से घेर लिया था। सीओ तृतीय के नेतृत्व में भारी पुलिस बल मौके पर तैनात रहा, ताकि किसी भी तरह की अव्यवस्था ना हो सके और बुलडोजर की कार्रवाई शांतिपूर्वक पूरी की जा सके।
अवैध संपत्तियों पर चला प्रशासन का बुलडोजर
आरिफ ने जगतपुर में बनी पूरी मार्केट और पीलीभीत बाईपास पर बने कपडे के शोरूम का निर्माण बिना नक्शा स्वीकृत कराए किया था। पूरे परिसर में जिम, होम डेकोर सेंटर और कई दुकानों का संचालन चल रहा था। जब इन प्रतिष्ठानों की जांच की गई तो ये अवैध निकले। जांच में निर्माण अवैध पाए जाने के बाद बीडीए ने पहले 11 अक्टूबर को दोनों परिसरों को सील किया था। उसके बाद आज बीडीए ने 16 दुकानों और शोरूम पर बुलडोजर चलाना शुरू कर दिया और गिराकर ध्वस्त कर दिया।
आरिफ की कई संपत्तियों का अवैध निर्माण
बता दें कि मौलाना तौकीर रजा के करीबी आरिफ पर पुलिस प्रशासन की यह पहली कार्रवाई नहीं है। इससे पहले प्राधिकरण उसकी कई संपत्तियों पर शिकंजा कस चुका है। फहम लॉन, स्काई लार्क होटल और फ्लोरा गार्डन बारातघर को भी बरेली विकास प्राधिकरण अवैध मानते हुए सील कर चुका है। इन सभी परिसरों में भी बिना मानचित्र स्वीकृति के बड़े पैमाने पर व्यावसायिक निर्माण किया गया है। अब अगला निशाना आरिफ की ये संपत्तियां होंगी।



