कार्यक्रम में 150 से अधिक उद्योगपतियों, निर्यातकों, व्यापार सलाहकारों और व्यापारिक संगठनों ने भाग लिया

- हैदराबाद में यूपीआईटीएस 2025 रोड शो का भव्य आयोजन
- टीम योगी ने उत्तर प्रदेश में ईज आॅफ डूइंग के साथ बढ़ती व्यापारिक संभावनाओं का किया उल्लेख
- यह रोड शो यूपीआईटीएस 2025 के लिए देशभर में जागरूकता और सहभागिता बढ़ाने के उद्देश्य से आयोजित किया जा रहा
- भारत का पहला राज्य स्तरीय अंतरराष्ट्रीय ट्रेड शो है यूपीआईटीएस 2025 योगी सरकार के नेतृत्व में यूपी बन रहा अंतरराष्ट्रीय व्यापार का केंद्र
- अब बेंगलुरु, मुंबई और अहमदाबाद में आयोजित होंगे आगामी रोड शो
हैदराबाद। उत्तर प्रदेश इंटरनेशनल ट्रेड शो (यूपीआईटीएस) 2025 को लेकर योगी सरकार द्वारा आयोजित रोड शो सीरीज के तहत शुक्रवार को हैदराबाद के एफटीसीसीआई में दूसरा रोड शो सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम में 150 से अधिक उद्योगपतियों, निर्यातकों, व्यापार सलाहकारों और व्यापारिक संगठनों ने भाग लिया। यह रोड शो सितंबर में प्रस्तावित यूपीआईटीएस 2025 के लिए देशभर में जागरूकता और सहभागिता बढ़ाने के उद्देश्य से आयोजित किया जा रहा है।
उत्तर प्रदेश है भारत का विकास इंजन
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश सरकार के टरटए, खादी एवं ग्रामोद्योग, हैंडलूम, टेक्सटाइल एवं रेशम मंत्री राकेश सचान ने कहा, ह्लयोगी सरकार के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश न केवल देश की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बना है, बल्कि अब वैश्विक व्यापार का केंद्र भी बनता जा रहा है। यूपीआईटीएस सिर्फ एक व्यापार मेला नहीं, यह हमारे कारीगरों, एमएसएमई और स्थानीय उद्यमियों की वैश्विक पहचान का मंच है।
यूपी और तेलंगाना साथ आएं तो चमत्कार संभव
उत्तर प्रदेश सरकार के अपर आयुक्त (उद्योग) राजकमल यादव (आईएएस) ने कहा कि (यूपीआईटीएस) भारत का पहला राज्य स्तरीय अंतरराष्ट्रीय ट्रेड शो है। बीते वर्ष इसमें 500 से 600 करोड़ रुपये का व्यापार हुआ और टाइटन जैसी कंपनी ने एक स्थानीय कारीगर से आॅर्डर भी लिया। इससे छोटे निमार्ताओं को वैश्विक अवसर मिल रहे हैं।उन्होंने कहा कि यूपी और तेलंगाना दोनों इंडस्ट्रियल पावरहाउस हैं और अगर ये साथ आएं तो कळ, टेक्सटाइल, फार्मा और हस्तशिल्प जैसे क्षेत्रों में चमत्कारी परिणाम सामने आ सकते हैं।
एक मंच पर पूरी व्यापारिक व्यवस्था
एफटीसीसीआई अध्यक्ष सुरेश कुमार सिंघल ने उत्तर प्रदेश की इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि यह आयोजन देश के सभी राज्यों को राष्ट्रीय सहयोग और घरेलू निर्यात के लिए प्रेरित करेगा। IEML के सीईओ सुदीप सरकार ने बताया कि यूपीआईटीएस 2025 में इस बार 2000 करोड़ का व्यापार अनुमानित है। इसके साथ ही, 2400 से अधिक प्रदर्शक, 1.25 लाख B2B और 4.5 लाख B2C विजिटर के अतिरिक्त 35,000 इ2इ मीटिंग्स की संभावना है। इसमें 70 से अधिक देशों से 550 से ज्यादा अंतरराष्ट्रीय खरीदारों के आने की उम्मीद है।
ODOP, B2B जोन, क्लस्टर और निर्यात का रोडमैप
इस आयोजन में B2B जोन, बायर-सेलर मीटिंग्स ODOP डिस्प्ले, और क्लस्टर एक्सपोर्ट मॉडल जैसी सुविधाएं प्रदर्शित की गईं। यूपीआईटीएस 2025 को उत्तर प्रदेश सरकार और इंडिया एक्सपोजिशन मार्ट लिमिटेड के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है। आगामी रोड शो बेंगलुरु, मुंबई और अहमदाबाद में आयोजित होंगे।