ऑपरेशन कब्जामुक्ति से बदल रही गांवों की तस्वीर, अब तक 100 से अधिक स्थल अतिक्रमण मुक्त

- स्वप्रेरणा से हटे अवैध कब्जे, सम्मानित हुए ग्रामीण
गौरव कुशवाहा
देवरिया। जिलाधिकारी दिव्या मित्तल के नेतृत्व में चल रहे ‘ऑपरेशन कब्जामुक्ति’ अभियान ने जिले में सकारात्मक बदलाव की शुरुआत कर दी है। सोमवार को अभियान के तीसरे दिन जनपद के 14 गांवों के 37 स्थलों से अवैध कब्जे हटाए गए। खास बात यह रही कि अधिकतर मामलों में ग्रामीणों ने स्वप्रेरणा से अपने कब्जे हटाए और प्रशासन का सक्रिय सहयोग करते हुए मिसाल पेश की। इसके बदले प्रशासन ने इन ग्रामीणों को सम्मानित भी किया।
जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने बताया कि एक माह तक चलने वाले इस विशेष अभियान का उद्देश्य केवल अवैध कब्जे हटाना ही नहीं है, बल्कि ग्रामसभा की भूमि, चकरोड, खेल मैदान, पोखरी जैसे सार्वजनिक स्थलों को उनके वास्तविक स्वरूप में लौटाना है। उन्होंने कहा कि अब तक 100 से अधिक स्थलों को कब्जामुक्त कराकर गांवों की तस्वीर बदली जा रही है। यह अभियान न केवल अधिकारों की रक्षा कर रहा है, बल्कि सामाजिक जागरूकता को भी मजबूत कर रहा है।
सोमवार को ग्राम पिंडी के विशेषानंद मिश्रा एवं शिवनारायण मिश्रा ने चकमार्ग से अपनी फसल हटाकर कब्जा स्वयं समाप्त किया। इसी तरह बंजरिया झंटोर गांव में केदार चौहान ने चकरोड पर से अवैध कब्जा हटाया। खुखुंदू में गफ्फार पुत्र अमीन और प्रदीप पुत्र कपिल देव ने भी बिना किसी प्रशासनिक दबाव के अपने अतिक्रमण हटाकर जागरूकता का परिचय दिया। इन सभी ग्रामीणों को प्रशासन की ओर से सम्मानित किया गया।
अभियान के दौरान बरहज तहसील के दो गांवों में 7 स्थल, सलेमपुर तहसील के पांच गांवों में 9 स्थल, सदर तहसील के तीन गांवों में 15 स्थल और रुद्रपुर तहसील के चार गांवों में 6 स्थलों से अतिक्रमण हटाया गया। प्रशासन ने जनपद में कुल 800 स्थलों को चिन्हित किया है, जिन्हें एक माह में कब्जामुक्त करना तय किया गया है। इस प्रक्रिया में जनता की भागीदारी को सबसे महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
जन सहयोग से हो रही इस पहल के चलते अब ग्रामीणों को सुगम रास्ता और सार्वजनिक स्थलों का लाभ मिलने लगा है। प्रशासन की कार्यशैली को लेकर गांव-गांव सकारात्मक संदेश फैल रहा है।