देवरिया में दो लूटकांड का पर्दाफाश पुलिस ने दो शातिर लुटेरों को दबोचा

- अवैध असलहा और हजारों की नकदी बरामद
गौरव कुशवाहा
देवरिया। जनपद में लूट की दो बड़ी घटनाओं का पुलिस ने सफल अनावरण करते हुए दो शातिर लुटेरों को धर दबोचा है। आरोपियों के पास से लूट में प्रयुक्त पल्सर मोटरसाइकिल, अवैध तमंचा, कारतूस, नकदी और इलेक्ट्रॉनिक सामान बरामद किया गया है। यह कार्रवाई थाना सुरौली पुलिस टीम ने मंगलवार को की, जिसमें लूट की दो वारदातों को जोड़ते हुए अपराधियों तक पहुंचा गया।
पुलिस अधीक्षक विक्रान्त वीर के निर्देशन में चलाए जा रहे अपराध विरोधी अभियान के तहत यह सफलता मिली। इस ऑपरेशन को अपर पुलिस अधीक्षक (दक्षिणी) सुनील कुमार सिंह और क्षेत्राधिकारी बरहज अंशुमान श्रीवास्तव के पर्यवेक्षण में अंजाम दिया गया।
थाना सुरौली पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर गंगेश यादव और आकाश यादव, दोनों निवासी गनियारी, थाना मदनपुर जनपद देवरिया को जद्दू परसिया ईंट भट्ठे के पास से गिरफ्तार किया। गिरफ्तार अभियुक्तों के पास से लूट का कुल 42,960 रुपए नगद, दो एंड्रॉयड मोबाइल, एक 315 बोर का अवैध तमंचा और एक जिंदा कारतूस बरामद किया गया। साथ ही, अपराध में प्रयुक्त एक पल्सर मोटरसाइकिल भी पुलिस ने कब्जे में ली।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, दिनांक 09 जून 2025 को आशुतोष पाठक, निवासी गोरखपुर और भारत फाइनेंशियल इन्क्लूजन लिमिटेड के फील्ड अफसर, जब नकदी संग्रह कर लौट रहे थे, तब नकडीहा से पैकोली मार्ग पर बाइक सवार बदमाशों ने उनका बैग लूट लिया था। इसमें एक टैबलेट और नगद रुपये थे। इस मामले में थाना सुरौली में मामला दर्ज कर विवेचना प्रारंभ की गई थी।
पूछताछ के दौरान आरोपियों ने यह भी स्वीकार किया कि 15 अप्रैल 2025 को उन्होंने थाना कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत बसडीला गांव के पास भी एक व्यक्ति से बैग छीनने की घटना को अंजाम दिया था, जिसमें टैबलेट व अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण थे। इस मामले में अमितेश गुप्ता की तहरीर पर थाना कोतवाली में मुकदमा दर्ज था।
पुलिस टीम की मुस्तैदी से न केवल दो मामलों का खुलासा हुआ, बल्कि अपराधियों के पास से महत्वपूर्ण साक्ष्य भी बरामद हुए हैं जो आगे की विवेचना में सहायक सिद्ध होंगे। लूट, असलहा और मोटरसाइकिल की बरामदगी के साथ अभियुक्तों के खिलाफ विधिक कार्यवाही की जा रही है।
इस सफलता पर पुलिस अधीक्षक ने सुरौली पुलिस टीम को सराहना दी है। गिरफ्तार करने वाली टीम में थानाध्यक्ष हवलदार राम, उपनिरीक्षक अनिल तिवारी, स्वामीनाथ सिंह, मिथिलेश कुमार, हेड कांस्टेबल मनीष राय, कांस्टेबल अजय तिवारी और सुबोध यादव शामिल रहे।