सपा ने निर्वाचन आयोग से की गोरखपुर-देवरिया के डीआईओएस पर कार्रवाई की मांग, जानें वजह

लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा) ने प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी से गोरखपुर और देवरिया के जिला विद्यालय निरीक्षकों (डीआईओएस) के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। पार्टी का आरोप है कि अधिकारी निर्वाचन आयोग के नियमों के विपरीत वित्तविहीन शिक्षकों के मतदाता फार्म अस्वीकार कर रहे हैं।
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्याम लाल पाल ने कहा कि गोरखपुर-फैजाबाद खंड शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र में बड़ी संख्या में वित्तविहीन शिक्षक मतदाता बनने के इच्छुक हैं, लेकिन दोनों जिलों के डीआईओएस उनसे वेतन विवरण, अनुमोदन पत्र और नियुक्ति के दस्तावेज मांग रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह प्रक्रिया आयोग के दिशा-निर्देशों के खिलाफ है और इससे अनेक शिक्षक मतदाता सूची से बाहर हो रहे हैं, जिससे चुनाव की निष्पक्षता पर प्रश्न उठ रहे हैं।
पाल ने कहा कि समाजवादी पार्टी शिक्षक समाज के अधिकारों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने निर्वाचन आयोग से आग्रह किया कि ऐसे अधिकारियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई की जाए ताकि स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव सुनिश्चित हो सके।
ज्ञापन सौंपने पहुंचे के.के. श्रीवास्तव, डॉ. हरिश्चंद्र सिंह और राधेश्याम सिंह ने कहा कि वित्तविहीन शिक्षकों को मतदाता बनने से रोकना लोकतांत्रिक प्रक्रिया के साथ अन्याय है। उन्होंने मांग की कि सभी पात्र शिक्षकों के फार्म नंबर-19 स्वीकार किए जाएं और आयोग स्पष्ट निर्देश जारी करे कि किसी भी शिक्षक को मतदाता बनने से वंचित न किया जाए।



