कौशल विकास से सशक्त हो रहे यूपी के युवा, समृद्ध हो रहा प्रदेश

- योगी सरकार के दोनों कार्यकाल में अब तक 14 लाख युवाओं को मिला कौशल विकास का प्रशिक्षण
- प्रशिक्षण प्राप्त कर रोजगार से भी जुड़ रहे लाखों युवा, अब तक 5.65 लाख युवाओं को मिली नौकरी
- दीन दयाल योजना से ग्रामीण युवाओं को मिला नया जीवन, 1.30 लाख को मिला रोजगार
- प्रदेश भर में 1736 रोजगार मेलों का किया गया आयोजन, 4.13 लाख से अधिक युवाओं को मिला सेवायोजन
- रोजगार, प्रशिक्षण और उद्योगों से साझेदारी के चलते यूपी का कौशल विकास मॉडल बना अनुपम उदाहरण
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार के नेतृत्व में कौशल विकास एक जनआंदोलन बन चुका है। बीते आठ वर्षों में उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन (UPSDM) ने प्रदेश के लाखों युवाओं की जिंदगी बदलने का कार्य किया है। इस दौरान 14 लाख से अधिक युवक एवं युवतियों को विभिन्न क्षेत्रों में कौशल प्रशिक्षण प्रदान किया गया, जिनमें से 5.65 लाख से अधिक युवा रोजगार व स्वरोजगार से जुड़कर आत्मनिर्भर बने हैं।
उल्लेखनीय है कि योगी सरकार द्वारा संचालित कौशल विकास मिशन न केवल युवाओं को प्रशिक्षित करने, बल्कि उन्हें रोजगार से जोड़ने के क्षेत्र में भी उल्लेखनीय कार्य कर रहा है। यह पहल उत्तर प्रदेश को आत्मनिर्भरता की ओर ले जा रही है और ‘नया भारत, नया उत्तर प्रदेश’ की परिकल्पना को साकार कर रही है।
1000 से अधिक ट्रेनिंग पार्टनर्स, 350 से अधिक कोर्स
प्रदेश के प्रत्येक क्षेत्र के युवाओं को उनके रुचि एवं क्षेत्रीय आवश्यकताओं के अनुसार अल्पकालीन प्रशिक्षण देने के लिए मिशन ने 1000 से अधिक ट्रेनिंग पाटनर्स को जोड़ा है। इनके माध्यम से 350 से अधिक कोर्स संचालित किए जा रहे हैं, जो उद्योगों की मांग के अनुसार डिजाइन किए गए हैं। इससे न केवल प्रशिक्षण की गुणवत्ता बढ़ी है, बल्कि युवाओं का औद्योगिक दुनिया से सीधा जुड़ाव भी हुआ है।
फ्लेक्सी ट्रेनिंग पार्टनर्स के माध्यम से उद्योगों की सीधी भागीदारी
युवाओं को रोजगार दिलाने में उद्योगों की भूमिका को महत्वपूर्ण मानते हुए कौशल विकास मिशन ने फ्लेक्सी ट्रेनिंग पार्टनर्स योजना शुरू की है। इसके अंतर्गत अब तक 33 औद्योगिक इकाइयों को अनुबंधित किया गया है। मिशन का लक्ष्य है कि प्रत्येक जनपद से 5 नई इकाइयों को जोड़कर उद्योगों की संख्या को और बढ़ाया जाए। हाल ही में इस दिशा में 11 नई इकाइयों के साथ अनुबंध किए गए हैं।
ग्रामीण युवाओं के लिए वरदान बनी ‘दीन दयाल उपाध्याय-ग्रामीण कौशल योजना’
प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों के युवाओं के लिए दीन दयाल उपाध्याय-ग्रामीण कौशल्य योजना एक मील का पत्थर साबित हुई है। इस योजना के अंतर्गत आवासीय मोड में मुफ्त कौशल प्रशिक्षण और सुनिश्चित सेवायोजन की सुविधा दी जाती है। बीते आठ वर्षों में करीब 1.80 लाख ग्रामीण युवाओं को प्रशिक्षण और उनमें से 1.30 लाख को रोजगार उपलब्ध कराया गया है।
रोजगार मेलों के माध्यम से सेवा व अवसर दोनों
कौशल विकास मिशन की एक और बड़ी पहल है रोजगार मेले, जो प्रदेश के कोने-कोने तक पहुंचे हैं। अब तक 1736 रोजगार मेलों के माध्यम से 4.13 लाख से अधिक युवाओं को 2537 कंपनियों में नियुक्ति पत्र दिलवाए गए हैं। ये मेले केवल नौकरी का माध्यम नहीं हैं, बल्कि युवाओं को आत्मविश्वास और अवसर का मंच भी प्रदान करते हैं।