तीन युवकों थाने में बैठाया, छोड़ने के नाम पर लिया रिश्वत, इंस्पेक्टर निलंबित

साइबर क्राइम थाने में क्रिप्टो करेंसी की हेराफेरी में कुछ दिन पहले तीन युवकों को बैठाया गया था। जांच में आरोप सही न मिलने पर उन्हें छोड़ दिया। किंतु छोड़ने के लिए अतिरिक्त निरीक्षक ने 50 हजार रुपये रिश्वत ले ली। परिजन की शिकायत पर जांच एडीसीपी क्राइम को सौंपी गई। जांच में रिश्वत लेने के आरोप सही पाए गए। रिपोर्ट मिलते ही पुलिस कमिश्नर ने अतिरिक्त निरीक्षक अनिल मिश्रा को निलंबित कर दिया।
कुछ दिन पहले साइबर क्राइम थाने की टीम ने ट्रेडिंग के नाम पर क्रिप्टो करेंसी की हेराफेरी करने वाले 11 युवकों को अलग-अलग जगह से पकड़ा। फिर सभी से पूछताछ की गई और मोबाइल समेत अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस खंगाले। सिर्फ आठ युवक की साइबर ठगी में शामिल मिले। सूत्रों के मुताबिक सभी से अपर पुलिस उपायुक्त वंसत कुमार ने पूछताछ की थी।
उन्होंने तीन लोगों को छोड़ने के साथ ही अन्य को जेल भेजने के लिए कहा था। इसी का लाभ उठाते हुए अतिरिक्त निरीक्षक अनिल मिश्रा ने तीनों युवकों को रोक लिया। इसके बाद परिजन को बुलाया। उनको छोड़ने के लिए मोटी रकम मांगी। मजबूर परिजन ने 50 हजार रुपये छोड़ने के नाम पर दे दिया। इसके बाद मामले की शिकायत उच्चाधिकारियों से शिकायत की।
मामले की जांच एडीसीपी क्राइम को सौंपी गई। जांच में अतिरिक्त निरीक्षक अनिल मिश्रा पर लगे आरोप सही पाये गये। डीसीपी क्राइम कमलेश दीक्षित के मुताबिक एडीसीपी क्राइम की रिपोर्ट मिलने के बाद पुलिस कमिश्नर अमरेंद्र कुमार सेंगर ने अतिरिक्त निरीक्षक को निलंबित कर दिया।