दूसरे चरण की आठ सीटों पर प्रचार थमा; 91 में से 21 उम्मीदवार दागी, बसपा के सभी कैंडिडेट करोड़पति

लखनऊः लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के मतदान की तिथि नजदीक आ गई है. दूसरे चरण में उत्तर प्रदेश की 8 लोकसभा सीटों पर 26 अप्रैल को मतदान होगा. जिसके लिए राजनीतिक दलों ने अपने-अपने प्रत्याशियों को जिताने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है. प्रचार के आखिरी दिन यानि बुधवार तक मैदान में डटे रहे. अलीगढ़ से 14, अमरोहा से 12, बागपत से 7, बुलंदशहर (सु) से 6, गौतमबुद्ध नगर से 15, गाजियाबाद से 14, मथुरा से 15 और मेरठ से 8 उम्मीदवार मैदान मे हैं. इस तरह भाजपा, सपा-कांग्रेस, बसपा और निर्दलीय समेत निर्दलीय 91 उम्मीदवार ताल ठोंक रहे हैं. इनमें से सबसे अमीर मथुरा सीट से तीसरी बार चुनाव लड़ रहीं अभिनेत्री हेमा मालिनी हैं. वहीं, 21 उम्मीदवार दागी हैं. देर शाम दूसरे चरण के लिए प्रचार थम गया है.
अमरोहा लोकसभा सीटः इस सीट पर 2019 में भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार जीत नहीं सके थे. इस बार भाजपा ने यहां से कुवंर सिंह तेवर को मैदान में उतारा है, जबकि सपा-कांग्रेस गठबंधन से दानिस अली उम्मीदवार हैं. वहीं, बसपा ने मुजाहिद हुसैन पर दांव खेला है. इस सीट पर कुल 12 उम्मीदवारों में से चार निर्दलीय हैं.
मेरठ लोकसभा सीटः भाजपा ने राम मंदिर का मुद्दा भुनाने के लिए रावण की ससुराल यानि मेरठ से रामायण के राम अरुण गोविल को प्रत्याशी बनाया है. समामज वादी पार्टी ने इस सीट पर दो बार उम्मीदवार बदला. सपा ने सबसे पहले भानु प्रताप को टिकट दिया. इसके बाद सरधना से विधायक अतुल प्रधान को टिकट दे दिया. जबकि नामांकन के आखिरी दिन अतुल प्रधान का टिकट काटकर सुनीता वर्मा को उम्मीदवार बनाया है. बसपा ने देवव्रत त्यागी को उम्मीदवार बनाया है. मेरठ सीट पर 2009 से लगातार भाजपा का कब्जा है. राजेंद्र अग्रवाल तीन बार लगातार यहां सांसद बने हैं.
बागपत लोकसभा सीटः यह सीट जाटलैंड की बहुचर्चित सीट मानी जाती है. इस बार यहां से रालोद-भाजपा गठबंधन ने राजकुमार सांगवान को प्रत्याशी बनाया है. पहली बार यहां से चौधरी परिवार का कोई सदस्य खुद चुनावी रण में नहीं है. वहीं, समाजवादी पार्टी ने मनोज चौधरी तो बसपा ने प्रवीण बैंसला पर दांव लगाया है. इस सीट से 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवार सत्यपाल सिंह ने रालोद मुखिया जयंत चौधरी को 23 हजार से अधिक वोटों से हराया था.
गाजियाबाद लोकसभाः इस सीट से भारतीय जनता पार्टी ने अतुल गर्ग को उम्मीदवार बनाया है. जबकि कांग्रेस ने डॉली शर्मा पर दांव खेला है. वहीं, बसपा ने नंद किशोर पुंडरी को उम्मीदवार बनाया है. इस सीट से जनरल वीके सिंह 2014 और 2019 में दो बार जीत हासिल की थी. लेकिन चुनाव से एन वक्त पहले उन्होंने चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया था.
गौतमबुद्ध नगर लोकसभा सीटः इस सीट से भारतीय जनता पार्टी ने तीसरी बार डॉ. महेश शर्मा को प्रत्याशी बनाया है. महेश शर्मा 2014 और 2019 में यहां सांसद चुने गए थे. वहीं, समाजवादी पार्टी ने इस सीट पर दो बार प्रत्याशी बदला. सपा ने पहले डॉक्टर महेंद्र नागर को टिकट दिया. फिर उनका टिकट काटकर राहुल अवाना को प्रत्याशी बनाया. इसके कुछ दिन बाद फिर महेंद्र नागर को टिकट दिया, जो वर्तमान में चुनाव लड़ रहे हैं. वहीं, बसपा ने पूर्व विधायक राजेंद्र सोलंकी को उम्मीदवार बनाया है.
बुलन्दशहर (अजा) लोकसभा सीटः इस सीट से भाजपा ने डॉ. भोला सिंह को उम्मीदवा बनाया है. जबकि कांग्रेस ने शिवराम वाल्मीकि और बसपा ने गिरीश चंद्र जाटव को रण में उतारा है. इस सीट पर भी लगातार दो बार कमल खिला है. भोला सिंह ने दोनों बार जीत दर्ज की थी. भोला सिंह इस जीत का हैट्रिक लगाने के लिए चुनावी मैदान में उतरे हैं.
अलीगढ़ लोकसभा सीटः इस सीट से भारतीय जनता पार्टी ने सतीश गौतम को जीत का हैट्रिक लगाने के लिए चुनावी मैदान में उतारा है. वहीं समाजवादी पार्टी ने अपने वरिष्ठ नेता व पूर्व सांसद चौधरी बिजेंद्र सिंह पर दांव खेला हैं. बहुजन समाज पार्टी ने ब्राह्मण कार्ड खेलते हुए हितेंद्र उपाध्य उर्फ बंटी को उम्मीदवार बनाया है.
मथुरा लोकसभा सीटः इस सीट से भाजपा ने तीसरी बार हेमा मालिनी को उम्मीदवार बनाया है. वहीं, कांग्रेस ने मुकेश धनगर को तो बसपा ने सुरेश सिंह को चुनावी मैदान में उतारा है. 2019 लोकसभा चुनाव में रालोद उम्मीदवार कुंवर नरेंद्र सिंह को हेमा मालिनी ने करीब तीन लाख वोटों से हराया था. वहीं, 2014 लोकसभा चुनाव में रालोद उम्मीदवार जयंत चौधरी को करीब चार लाख वोटों से हराया था.
21 उम्मीदवार दागीः बता दें कि दूसरे चरण में लोकसभा की आठ सीटों पर चुनाव लड़ रहे 91 उम्मीदवारों में से 21 पर आपराधिक केस दर्ज हैं, जिसमें 16 पर गंभीर आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं. वहीं, 42 उम्मीदवार करोड़पति हैं. बहुजन समाज पार्टी के आठों उम्मीदवार करोड़पति हैं. वहीं, भाजपा के सात उम्मीदवार करोड़पति हैं. सपा के चार उम्मीदवार और कांग्रेस के तीन उम्मीदवार करोड़पति हैं.
हेमा मालिनी सबसे अमीरः हेमा मालिनी ने इस बारकुल संपत्ति 2,78,93,68,227 रुपये दर्शाई है. वहीं, अमरोहा से भाजपा उम्मीदवार कंवर सिंह तंवर दूसरे अमीर उम्मीदवार हैं. इनकी कुल संपत्ति 2,14,79,33,326 रुपये है. तीसरे नंबर पर भाजपा के गौतमबुद्धनगर से प्रत्याशी डॉ. महेश शर्मा हैं, जिनकी चल संपत्ति 33,93,90,758 रुपये है. अचल संपत्ति की बात करें, तो 49,88,18,345 रुपये है. डॉ शर्मा की कुल संपत्ति 83,82,09,103 रुपये है.