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लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण में 29 प्रतिशत उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले, 37 प्रतिशत करोड़पति

लखनऊ : उत्तर प्रदेश इलेक्शन वॉच और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) ने लोकसभा चुनाव 2024 के पांचवें चरण में उत्तर प्रदेश के 14 निर्वाचन क्षेत्रों से चुनाव लड़ने वाले सभी 144 उम्मीदवारों के शपथपत्रों का विश्लेषण किया है. ये प्रत्याशी लखनऊ, मोहनलालगंज, रायबरेली, अमेठी, जालौन, झांसी, हमीरपुर, बांदा, फहेह्पुर, कौशांबी, बाराबंकी, फैजाबाद, कैसरगंज और गोंडा से चुनाव लड़ रहे हैं. उम्मीदवारों द्वारा घोषित शपथ पत्र से यह साने आया है कि 144 में से 29 % उम्मीदवारों ने अपने ऊपर आपराधिक मामले घोषित किए हैं. जब कि 18% उम्मीदवारों ने अपने ऊपर गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए हैं.

सबसे अधिक अभियुक्त बसपा में

अपराधिक मामले घोषित करने वाले उम्मीदवारों का दलवार विवरण देखा जाए तो बहुजन समाज पार्टी के 14 में से 5 (36%), भारतीय जनता पार्टी के 14 में से 4 (29%), समाजवादी पार्टी के 10 में से 5 (50%) , कांग्रेस के 4 में से 3 (75%), अपना दल (कमेरावादी) के 4 में से 1 (25%) उम्मीदवारों ने अपने ऊपर अपराधिक मामले घोषित किए हैं. उम्मीदवारों द्वारा घोषित गंभीर आपराधिक मामलों में बहुजन समाज पार्टी के 29%, भारतीय जनता पार्टी के 21 %, समाजवादी पार्टी के 40 %, कांग्रेस के 75%, अपना दल (कमेरावादी) के 25 % उम्मीदवार शामिल हैं.

रविदास मेहरोत्रा पर सबसे अधिक मुकदमे

रविदास मल्होत्रा जो लखनऊ से समजवादी पार्टी से चुनाव लड़ रहे हैं, पर 18 आपराधिक मामले दर्ज हैं. दूसरे नंबर पर प्रदीप जैन आदित्य हैं, जो झांसी से कांग्रेस के उम्मीदवार हैं. इनके ऊपर 6 आपराधिक मामले दर्ज़ हैं.

बीजेपी में सबसे ज्यादा करोड़पति

करोड़पति उम्मीदवारों में 144 में से 53 यानी 37% करोड़पति हैं. जिसमें भारतीय जनता पार्टी के 14 में से 13 (93%), समाजवादी पार्टी के 10 में से 10 (100 %), बहुजन समाज पार्टी के 14 में से 10 (71%), कांग्रेस के 4 में से 4 (100 %) उम्मीदवार करोड़पति हैं. उत्तर प्रदेश लोकसभा चुनाव 2024 के पांचवें चरण के उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 4 .37 करोड़ है. मुख्य दलों में भारतीय जनता पार्टी के 14 उम्मीदवारों की औसत संपत्ति लगभग 28 करोड़ है. बहुजन समाज पार्टी के 14 उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 5 करोड़ के आसपास है, समाजवादी पार्टी के 10 उम्मीदवारों की औसत संपत्ति लगभाग 4 करोड़ है. वहीं कांग्रेस के 4 उम्मीदवारों की औसत संपत्ति लगभग 9 करोड़ है.

बीजेपी के अनुराग शर्मा सबसे अमीर

प्रत्याशियों में झांसी से भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे अनुराग शर्मा की संपत्ति लगभग 212 करोड़ के आसपास है. करण भूषण सिंह कैसरगंज से भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं, जिनकी संपत्ति 49 करोड़ है. वहीं गोंडा लोकसभा सीट से कीर्तिवर्धन सिंह, भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं, जिनकी संपत्ति लगभग 37 करोड के आसपास हैं. वहीं 5 उम्मीदवारों ने अपना पैन घोषित नहीं किया है.
यूपी इलेक्शन वॉच के राज्य संयोजक संतोष श्रीवास्तव बताते हैं कि सबसे कम संपत्ति घोषित करने वाले शीर्ष तीन उम्मीद्वारों में हमीरपुर लोकसभा सीट से अल हिन्द पार्टी से चुनाव लड़ रहे धर्मराज हैं, जिनकी कुल समत्ति 20 हज़ार है. दूसरे नंबर पर झांसी से अल हिन्द पार्टी से चुनाव लड़ रहे दीपक कुमार वर्मा हैं, जिनकी संपत्ति 22 हज़ार बताई गई है. तीसरे नंबर पर फैजाबाद से भारत महापरिवार पार्टी से चुनाव लड़ रहे अम्बरीश देव गुप्ता हैं, उन्होंने अपनी कुल संपत्ति 32 हज़ार रुपए बताई गई है.

31 % प्रत्याशी स्नातक भी नहीं, 2 साक्षर नहीं

144 में से 44 (31 %) उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता 5वीं और 12वीं के बीच घोषित की है. जबकि 89 (62 प्रतिशत) उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता स्नातक और इससे ज़्यादा घोषित की है. 6 उम्मीदवार ने अपनी शैक्षिक योग्यता डिप्लोमा धारक घोषित की है. 3 उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता साक्षर और 2 उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता असाक्षर घोषित की है.

पांचवें चरण में उम्मीदवारों की आयु की बात करें तो 144 में से 49 (34 प्रतिशत) ने अपनी आयु 25 से 40 वर्ष के बीच घोषित की है, जबकि 64 (44 प्रतिशत) उम्मीदवारों ने अपनी आयु 41 से 60 वर्ष के बीच घोषित की है. 31 (22 प्रतिशत) उम्मीदवारों ने अपनी आयु 61 से 80 वर्ष के बीच घोषित की है.

मुख्य सयोजक यूपी इलेक्शन वॉच एडीआर के संजय सिंह बताते हैं कि पांचवें चरण में मात्र 13 (9 प्रतिशत) महिला उम्मीदवार चुनाव लड़ रही हैं, इससे प्रतीत होता हैं कि धनबल और बाहुबल ही राजनीतिक दलों की पहली पसंद बने हुए हैं.

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