चंडीगढ़ मेयर चुनाव नतीजों में भारी नाटकीयता के एक दिन बाद पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बुधवार को कहा कि आम आदमी पार्टी (आप) और कांग्रेस सुप्रीम कोर्ट जाएंगी।
उन्होंने चंडीगढ़ मेयर चुनाव को “लोकतंत्र की हत्या का उदाहरण” भी कहा। सीएम मान ने कहा कि कल जो कुछ हुआ वह लोकतंत्र की हत्या का उदाहरण है।
कल बजट आ रहा है, देखते हैं पंजाब को क्या मिलता है। आम आदमी पार्टी पंजाब और कांग्रेस मेयर चुनाव के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाएंगी।
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण गुरुवार को अंतरिम केंद्रीय बजट पेश करेंगी। इस बीच, युवा कांग्रेस के सदस्यों ने बुधवार को चंडीगढ़ में मेयर कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया।
मौके पर प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच अनबन हो गई। युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं को ‘भ्रष्टाचार बंद करो’ का नारा लगाते हुए सुना गया।
हालांकि पुलिस ने कुछ देर बाद प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया। चंडीगढ़ मेयर चुनाव के नतीजों में छेड़छाड़ को लेकर आज पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट में भी सुनवाई हुई।
पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस की ओर से मेयर पद के उम्मीदवार रहे कुलदीप कुमार का प्रतिनिधित्व पंजाब के एडवोकेट जनरल गुरमिंदर गैरी कर रहे थे। चंडीगढ़ नगर निगम की ओर से वकील अनिल मेहता पैरवी कर रहे थे।
इस पूरे मामले की सुनवाई के बाद पंजाब हरियाणा हाई कोर्ट ने चंडीगढ़ नगर निगम और चंडीगढ़ प्रशासन को इस मामले में अपना जवाब दाखिल करने के लिए 3 हफ्ते का समय दिया है। अब इस मामले की अगली सुनवाई 26 फरवरी को होगी।
भाजपा के मनोज सोनकर को मंगलवार को चंडीगढ़ का मेयर घोषित किया गया। उन्होंने मेयर चुनाव में 16 वोटों से जीत हासिल की। जबकि कांग्रेस-आप उम्मीदवार कुलदीप टीटा को 12 वोट मिले।
चंडीगढ़ मेयर चुनाव में 8 वोट अवैध घोषित किए गए। जिसके बाद विपक्षी नेताओं ने कांग्रेस और आप के साथ धांधली के आरोप लगाए और इस मुद्दे पर भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर हमला बोला।