अमेठी: ग्राम प्रधान के खिलाफ जिला प्रोबेशन अधिकारी ने की जांच, वित्तीय अनियमितता व जालसाजी का आरोप
अमेठी। हाईकोर्ट लखनऊ खंड पीठ के आदेश पर 60 दिनों के अंदर सरैया कनू ग्राम प्रधान के खिलाफ अनियमितता की जांच कराकर रिपोर्ट देने के आदेश पर जिलाधिकारी द्वारा गठित टीम ने बुधवार को जिला प्रोबेशन अधिकारी द्वारा अनियमितता के शिकायत के बिन्दुओ की जाँच करने सरैया कनू गांव पहुंचे। शिकायत के बिन्दुओ की जांच की।
सरैया कनू निवासी संदीप पांडेय पुत्र विशम्भरनाथ द्वारा सरैया कनू ग्राम प्रधान संजू देवी के खिलाफ वित्तीय अनियमितता, जालसाजी व गबन की शिकायत जिलाधिकारी अमेठी से की गई थी। जिलाधिकारी द्वारा कोई कार्यवाही न किये जाने पर शिकायतकर्ता संदीप पांडेय ने हाईकोर्ट की शरण ली।
हाईकोर्ट की खंडपीठ लखनऊ ने याचिकाकर्ता के विद्वान अधिवक्ता के पक्ष सुनकर जिलाधिकारी अमेठी को 60 दिनों के अंदर जाँच कराकर रिपोर्ट देने का आदेश दिया गया। जिसके बाद अमेठी जिला अधिकारी ने जिला प्रोबेशन अधिकारी को जांच अधिकारी नामित कर जांच कर रिपोर्ट देने के लिए निर्देशित किया गया।
बुधवार को जिला प्रोबेशन अधिकारी अनिल मौर्या जांच टीम के साथ शिकायकर्ता की मौजूदगी में जांच करने मौके पर पहुंचे। प्रथम बिंदु में राज कुमार मौर्य के घर के पास नल रिबोर के दोहरा भुगतान की जांच की गई। जिसमे मौके पर राज कुमार मौर्या के घर के आस पास कोई इंडिया मार्का नल नही लगा दिखा।
दूसरे बिंदु की शिकायत की जांच में राम करन सुत मुसई को एक ही तिथि में कुशल व अकुशल का दोहरा भुगतान की जांच की गई। वही तीसरे बिंदु में ओमप्रकाश सुत राम आधार को एक ही तिथि 12 व 13 नवम्बर को मनरेगा व पंद्रहवाँ वित्त के अंतर्गत में दो अलग अलग कार्यों का समान तिथियों में भुगतान की जांच की गई।
वही चौथे बिंदु में अनियमितता के शिकायत में ग्राम प्रधान द्वारा अपने बचाव में श्रमिक ओमप्रकाश और रामअवध पुत्रगण राम आधार, गुलशन सुत सुभाष, दीपक सुत हीरालाल, अतुल सुत राधेश्याम व संजय सुत राम आधार निवासीगण सरैया कनू द्वारा बैंक में खाता धारक होने के बाद भी खाता न होने की झूठी शपथ देने के शिकायत की जांच की गई।
इसके साथ ही जिला प्रोबेशन अधिकारी द्वारा शिकायतकर्ता के कुल आठ बिंदुओं पर जांच शुरू की गई है। वहीं शिकायतकर्ता संदीप पांडेय ने बताया शिकायत के सभी बिंदुओं के साक्ष्यों सहित एक प्रतिलिपि जांच अधिकारी को मौके पर सौंपा गया है निष्पक्ष जांच कर दोषी ग्राम प्रधान पर कार्यवाही की मांग की गई है। वहीं जांच टीम में सहायक अभियंता संग्रामपुर विनोद कुमार सिंह, सरैया कनू सचिव प्रवीण त्रिपाठी आदि कर्मचारी मौजूद है।