आखिरकार सस्पेंस खत्म: कन्नौज से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे अखिलेश यादव; 2 दिन पहले भतीजे को दिया था टिकट
इटावा : सपा मुखिया अखिलेश यादव के कन्नौज से चुनाव लड़ने पर बना संशय खत्म हो गया है. पार्टी के महासचिव रामगोपाल यादव ने कहा है कि अखिलेश कन्नौज से ही चुनाव लड़ेंगे. इस बीच इटावा पहुंचे अखिलेश ने भी साफ तौर पर तो कुछ नहीं कहा, लेकिन चुनाव लड़ने से इंकार भी नहीं किया. बता दें कि दो-तीन दिन पहले ही सपा ने मुलायम परिवार के ही तेज प्रताप को कन्नौज से पार्टी प्रत्याशी घोषित किया था. तेज प्रताप यादव बिहार के पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव के दामाद हैं और अखिलेश यादव के भतीजे.
विधानसभा जसवंत नगर में डिंपल यादव के चुनाव प्रचार में पहुंचे समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव मीडिया से मुखातिब हुए. इस दौरान उन्होंने कहा कि कन्नौज लोकसभा सीट से किसको चुनाव लड़ना है, यह नॉमिनेशन से पहले बता दिया जाएगा. अखिलेश ने कहा कि इंडिया गठबंधन भविष्य बनकर आ रहा है. इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी इतिहास बन जाएगी. जनता भाजपा के खिलाफ मतदान करने जा रही है. NDA को PDA हराएगा.
वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जसवंत नगर में कल होने वाली रैली को लेकर अखिलेश यादव ने कहा कि पता नहीं वे क्यों आ रहे हैं. कहा कि जब संस्थाएं दल के लिए काम करने लगें तब समझें कि लोकतंत्र खत्म हो गया है. मंगलसूत्र वाले बयान पर अखिलेश यादव ने कहा शादीशुदा लोग इसका महत्व समझते होंगे. मंगलसूत्र से बड़ी बात है युवाओं को रोजगार.
बता दें कि अखिलेश यादव ने कन्नौज लोकसभा सीट पर खुद के चुनाव लड़ने पर बने सस्पेंस को समाप्त करते हुए अपने भतीजे तेज प्रताप यादव को उम्मीदवार घोषित कर दिया था. इसके बाद कन्नौज में स्थानीय स्तर पर नेताओं और कार्यकर्ताओं के बीच तेज प्रताप को स्वीकार करने और सपा के लिए सेफ सेट रही कन्नौज जीतने में तेज प्रताप के सक्षम होने पर सवाल खड़े किए गए. कन्नौज के स्थानीय नेताओं की तरफ से तेज प्रताप यादव के चुनाव जीतने पर सहमति नहीं जताई और कहा कि अखिलेश के अलावा कन्नौज सीट पर कोई अन्य व्यक्ति चुनाव नहीं जीत सकता है. ऐसे में अखिलेश यादव को ही चुनाव लड़ना चाहिए. अब सपा के विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कन्नौज लोकसभा सीट पर अखिलेश यादव खुद चुनाव लड़ने के लिए राजी हो गए हैं.