कोरोना ने सुधारे यूपी के सरकारी अस्पतालों के हालात, तीसरी लहर के लिए हुए तैयार
उत्तर प्रदेश में कोरोना के मामलों में तेजी से इजाफा हो रहा है और राज्य के ज्यादातर जिलों में कोरोना के नए मरीज सामने आ रहे हैं और पिछले 24 घंटे के दौरान 4228 कोरोना के नए मामले सामने आए हैं. वहीं अब कोरोना तीसरी लहर की आहट को देखते हए राज्य के सभी अस्पतालों में तैयारी शुरू हो गई और बताया जा रहा है कि कोरोना की पहली और दूसरी लहर के बाद राज्य में अस्पतालों में संसाधन विकसित हुए हैं.
दरअसल राज्य में कोरोना की दूसरी लहर ने चिकित्सा व्यवस्थाओं और सुविधाओं को उजागर किया था और अस्पतालों में संसाधन न होने के कारण कई लोगों को कोरोना संक्रमण के कारण जान गंवानी पड़ी थी. लेकिन कहा जा रहा है कि राज्य में जो हालत पहली और दूसरी लहर में थे, वो तीसरी लहर में नहीं होंगे. क्योंकि राज्य के अस्पतालों में चिकित्सा सुविधा को बढ़ाया गया है. असल में राज्य में कोरोना की पहली लहर में सिर्फ 280 कॉविड बेड बनाए गए थे. लेकिन आज मेडिकल कॉलेज में करीब 24 हजार मेडिकल बेड हैं. वहीं राज्य के शहरी और ग्रामीण इलाकों में सरकारी अस्पतालों में भी बेड की संख्या 70 हजार हो गई है. इसके साथ ही निजी अस्पतालों में भी अच्छी संख्या में बेड बताए जा रहे हैं. दूसरी लहर में राज्य में ऑक्सीजन की कमी देखने को मिली थी और अब राज्य के अस्पतालों में वेंटीलेटर भी बढ़ाए गए हैं.
आठ गुना बढ़ी वेंटीलेटर की संख्या
राज्य में कोरोना की पहली और दूसरी लहर के बाद राज्य सरकार ने अस्पतालों में संसाधन जुटाने की पहल की थी और आज इसके नतीजे देखने को मिल रहे हैं. राज्य के मेडिकल कॉलेजों और शहरी अस्पतालों के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) में बेड, ऑक्सीजन और अन्य व्यवस्थाएं बढ़ाई गई हैं. जानकारी के मुताबिक राज्य अस्पतालों में वेंटीलेटर की संख्या 8500 से ज्यादा है. जो पहले की तुलना में आठ-नौ गुना ज्यादा हैं.
मेडिकल कॉलेजों में 11 से 65 ऑक्सीजन प्लांट
जानकारी के मुताबिक वर्तमान में मेडिकल कॉलेजों के पास 65 ऑक्सीजन प्लांट हैं जबकि पहले इनकी संख्या सिर्फ 11 थी. राज्य सरकार ने दूसरी लहर के बाद राज्य में ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किए हैं और अब इनकी संख्या बढ़कर 65 हो गई है. इसके साथ ही लिक्विड ऑक्सीजन गैस के अलावा 4000 बड़े ऑक्सीजन सिलेंडर हैं. वहीं जहां पहले राज्य के मेडिकल कॉलेजों में करीब 600 वेंटीलेटर थे, लेकिन अब इनकी संख्या बढ़कर 5021 हो गई है.
राज्य के 296 सीएचसी में मौजूद हैं 30-30
वहीं स्वास्थ्य विभाग के महानिदेशक डॉ वेदव्रत सिंह का कहना है कि राज्य के सरकारी अस्पतालों में 70 हजार बेड मौजूद हैं. राज्य की 296 सीएचसी में भी 30-30 बेड की व्यवस्था है. इसके साथ ही राज्य के शहरी और ग्रामीण अस्पतालों में 30,000 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, 550 ऑक्सीजन जनरेटर और करीब साढ़े तीन हजार वेंटीलेटरों की सुविधा मौजूद है.