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‘पीला गमछा लेकर चलने वाले से जिनको तकलीफ है, उसकी आंखें निकाल लेंगे’, ओपी राजभर के बेटे ने पुलिस को दी चुनौती

बलियाः उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री ओम प्रकाश राजभर के बेटे अरुण राजभर ने आरोप लगाया है कि उनकी पार्टी भारतीय सुहेलदेव समाज पार्टी के कार्यकर्ता को बांसडीह कोतवाली में जमकर पुलिस ने पिटाई की। मंत्री के बेटे अरुण ने पुलिस प्रशासन को खुली धमकी देते हुए कहा कि जिनको पीला गमछा से तकलीफ है। जिनकी आंखे नहीं काम कर रही है तो भारतीय सुहेलदेव समाज पार्टी के कार्यकर्ता उनकी आंखें निकाल लेंगे। उन्होंने कहा कि अब आर-पार की लड़ाई होगी।

मंत्री के बेटे ने पुलिस को खुली चुनौती

अरुण राजभर ने पुलिस और सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर हमारे कार्यकर्ता को पीटा जाएगा या किसी प्रकार की आंच आएगी तो बांसडीह छोड़ दीजिए यूपी के किसी भी थाने में दारोगा बैठने लायक नहीं रहेंगे। उन्होंने कहा कि अगर आज शाम तक बांसडीह कोतवाली के दारोगा और सिपाही को सस्पेंड नहीं किया गया तो सात मार्च को भारतीय सुहेलदेव समाज पार्टी के कार्यकर्ता थाने का घेराव करेंगे। उन्होंने दावा किया कि थाने का घेराव खुद ओपी राजभर पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ करेंगे।

 जरूरत पड़ी सरकार से अलग होने पर भी विचार करेंगे

अरुण राजभर ने कहा कि कार्यकर्ताओ के सम्मान में सरकार से भी लड़ना होगा तो लड़ेंगे। जरूरत पड़ी सरकार से अलग होने पर भी विचार करेंगे। उन्होंने कहा कि उनके लिए उनके कार्यकर्ता ही पार्टी की पूंजी हैं।

पार्टी नेता की पिटाई से नाराज मंत्री के बेटे

आरोप है कि बलिया के बांसडीह तहसील में भारतीय सुहेलदेव समाज पार्टी के बांसडीह विधानसभा प्रभारी उमापति राजभर को SDM के स्टेनो की गाड़ी ने टक्कर मार दी थी जिसका विरोध किया तो स्टेनो ने बांसडीह दरोगा को बुलवाकर नेताजी को थाने में ले जाकर जमकर पिटाई कर दी थी। कहा जा रहा है कि उमापति राजभर के गले में पीला गमछा भी था।

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