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प्लीज एक बार मुझे शक्ल दिखा दो… रोते हुए बोली मंगेतर, शहीद फ्लाइट लेफ्टिनेंट सिद्धार्थ का पूरे सैन्य सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार

चंडीगढ़। गुजरात में जगुआर लड़ाकू विमान दुर्घटना में शहीद हुए फ्लाइट लेफ्टिनेंट सिद्धार्थ यादव का शुक्रवार को हरियाणा के रेवाड़ी जिले में उनके पैतृक गांव माजरा भालखी में पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। पिता सुशील यादव ने 28 साल के शहीद बेटे की चिता को मुखाग्नि दी।

सिद्धार्थ यादव (28) बुधवार रात जामनगर वायुसेना स्टेशन के पास विमान दुर्घटना में शहीद हो गए थे। उनके परिवार ने बताया कि हाल ही में सिद्धार्थ यादव की सगाई हुई थी और इस वर्ष नवंबर में उनकी शादी होनी थी। पायलट पूर्व सैनिकों के परिवार से थे, उनके पिता सुशील भारतीय वायुसेना में सेवा दे चुके थे तथा उनके दादा और परदादा भी सेना में रहे थे।

फ्लाइट लेफ्टिनेंट सिद्धार्थ यादव का पार्थिव शरीर रेवाड़ी लाया गया जहां से उसे उनके पैतृक गांव ले जाया गया। शहीद पायलट के सम्मान में हाथों में तिरंगा लिए कई पूर्व सैनिकों सहित बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर खड़े थे। जब वायुसेना अधिकारी का पार्थिव शरीर लेकर वाहन गुजरा तो उन्होंने फूलों की पंखुड़ियां बरसाईं।

शहीद पायलट के सम्मान में भारतीय वायुसेना के जवानों ने बंदूकों की सलामी दी। हरियाणा के पूर्व मंत्री बनवारी लाल, रेवाड़ी जिले के बावल से भाजपा विधायक कृष्ण कुमार, हजारों स्थानीय लोग, भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के अधिकारी, सशस्त्र बलों के सदस्य, पुलिस अधिकारी भारतीय वायुसेना अधिकारी को अंतिम सलामी देने के लिए एकत्र हुए थे।

प्लीज एक बार मुझे उनकी शक्ल दिखा दो…

शहीद के अंतिम संस्कार में शामिल होने शहीद की मंगेतर सानिया भी पहुंची थी। इस दौरान वह पार्थिव देह को देख रोती रहीं। सिद्धार्थ की तस्वीर देख सानिया बोली, “बेबी तू आया नहीं मुझे लेने। तूने कहा था तू आएगा।” सानिया पा​र्थिव शरीर को देखकर बार-बार रोते हुए कहती रहीं, “प्लीज एक बार मुझे उनकी शक्ल दिखा दो।” मंगेतर सानिया ने कहा कि मुझे सिद्धार्थ पर गर्व है। सिद्धार्थ की शादी 2 नवंबर को होनी थी, जिसके लिए घर में तैयारियां भी चल रहीं थीं।

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